
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में गुरुवार 11 सितंबर को आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ एवं एनआईआरएफ समिति, बीबीएयू के संयुक्त तत्वावधान में एनआईआरएफ रैंकिंग के संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। इसके अतिरिक्त मंच पर डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस विक्टर बाबू, आईक्यूएसी डायरेक्टर प्रो. शिल्पी वर्मा, एनआईआरएफ समिति, बीबीएयू के चेयरपर्सन प्रो. कुशेन्द्र मिश्रा एवं रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल के डायरेक्टर प्रो. शिशिर कुमार मौजूद रहे। मंच संचालन का कार्य डॉ. सुभाष मिश्रा द्वारा किया गया।

कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय एनआईआरएफ रैंकिंग को पहले से बेहतर बनाने के लिये हम सभी को प्रयास करना होगा इसके लिए आवश्यक है कि सभी शैक्षणिक, प्रशासनिक और शोध गतिविधियाँ सुव्यवस्थित एवं पारदर्शी ढंग से संचालित हों। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बीबीएयू को अपने ध्येय वाक्य ‘प्रज्ञा, शील और करुणा’ को आधार बनाकर एक मजबूत नीति ढाँचा (सॉलिड पालिसी फ्रेमवर्क) तैयार करना होगा, जिससे हर क्षेत्र में लक्षित सुधार किए जा सकें और आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय चुनौतियों का सामना करते हुए कम से कम देश की शीर्ष 50 विश्वविद्यालयों की सूची में अपना स्थान सुनिश्चित कर सके।
डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो एस विक्टर बाबू ने कहा कि विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक कार्य को हमें पूरी निष्ठा और नैतिकता के साथ संपन्न करना होगा, क्योंकि किसी भी प्रकार की अनैतिक प्रक्रिया न केवल व्यक्तिगत छवि को प्रभावित करती है बल्कि संपूर्ण विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा और पहचान को भी धूमिल कर देती है।
प्रो. कुशेन्द्र मिश्रा ने एनआईआरएफ रैंकिंग में विश्वविद्यालय के प्रदर्शन की जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की एनआईआरएफ रैंकिंग मुख्य 5 पैरामीटर टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेस, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम, आउटरीच एंड इन्कुलिसिविटी, परसेप्शन आदि सम्मिलित हैं।
रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल के डायरेक्टर प्रो. शिशिर कुमार एनआईआरएफ रैंकिंग में शोध और नवाचार की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की।
समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।