
अशाेक यादव, लखनऊ। राजधानी में रविवार को महिला मैराथन को अनुमति नहीं मिलने के बावजूद कांग्रेस ने इकाना स्टेडियम से ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ के तहत मैराथन का आयोजन किया। इस मैराथन में लड़कियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मैराथन दौड़ 28 दिसंबर यानी आज आयोजित की गई। मैराथन दौड़ में प्रतिभागी छात्राओं की तादाद काफी संख्या में रही।
प्रदेश सरकार महिलाओं की आवाज दबाने का कितना भी षड्यंत्र कर ले, लेकिन उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में महिला की बुलंद होने वाली आवाज अब निश्चित तौर पर प्रदेशभर की महिलाओं के सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम बनेगी। बता दें कि झांसी में महिला मैराथन की सफलता से गदगद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि लड़कियां अपने हक के लिए लड़ेंगी भी और दौड़ेंगे भी। उन्होंने ट्वीट किया कि योगी जी आप लड़कियों को नियंत्रित करने जैसी महिला विरोधी बात करते हो, इसलिए आपने लखनऊ में लड़कियों की मैराथन नहीं होने दी।
झांसी की लड़कियों ने आपको एक संदेश भेजा है कि लड़कियां सहेंगी नहीं, अपने हक के लिए लड़ेंगी। अगर आप रैली कर सकते हो, तो लड़कियां भी दौड़ेंगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लड़कियों की उड़ान और आवास के इतने ज्यादा विरोधी हैं कि उन्होंने लखनऊ में मैराथन की परमिशन तक कैंसिल कर दी थी। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बीते 26 दिसंबर को लखनऊ में कांग्रेस की तरफ से प्रस्तावित ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मैराथन दौड़ को लखनऊ प्रशासन की ओर से कोविड प्रोटोकॉल के तहत अनुमति नहीं मिली थी।
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