
अशाेक यादव, लखनऊ। किसानों की मांगें पूरी होने के बाद एक साल से जारी किसानों का आंदोलन अब खत्म हो गया है। किसानों ने टिकरी और सिंघु बार्डर से अब अपने घर वापसी के लिए पैकिंग शुरू कर दी है। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि वे 11 दिसंबर को जश्न मानने के बाद घर वापस जाएंगे।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में बैठे किसानों में से अधिकांश ने शुक्रवार सुबह जल्दी घर वापस जाने के लिए अपना सामान पैक करना शुरू कर दिया था।
किसानों के पहले जत्थे में घर लौटने वालों में पठानकोट, अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, होशियारपुर और फिरोजपुर जैसी तमाम जगहों के किसान शामिल थे। इतना ही नहीं, बताया जा रहा है कि जब मंच से आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया गया तो किसान खुशी से उछल पड़े। उन्होंने जश्न मनाया, डांस भी किया। नाचते-कूदते किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं था।
घर वापसी कर रहे किसानों से जब बात की गई तो किसान नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि यह आंदोलन आजादी के बाद का सबसे बड़ा आंदोलन है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि आखिरकार सरकार को सच के आगे झुकना ही पड़ा। उधर, दूसरी ओर किसान मोर्चा ने एमएसपी गारंटी कानून बनने तक हर महीने बैठक करने का एलान किया है।
कहा है कि 15 जनवरी को एक बार फिर बैठक बुलाई गई है। अगर सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए तो आंदोलन फिर से होगा। फिलहाल सभी ने अपने तंबू उखाड़ना भी शुरू कर दिए है।
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