
अशाेक यादव, लखनऊ। तीन कृषि कानूनों की वापसी के फैसले को किसानों की जीत करार देते हुए बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देर से लिए गए निर्णय के बाद केन्द्र सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की किसानों की मांग पूरी करना चाहिए। मायावती ने शुक्रवार को कहा कि किसानों पर जबरदस्ती थोपे गए तीन नए कृषि कानूनों की वापसी की मांग को करीब एक साल बाद सरकार को आखिरकार मानना पड़ा।
इस दौरान सर्दी, गर्मी व बरसात की मार झेलते हुए आंदोलन पर डटे कुछ किसान शहीद भी हुए। अगर यह फैसला केंद्र सरकार काफी पहले ही ले लेती तो देश अनेकों प्रकार के झगड़े-झंझट व संकट से बच जाता। उन्होंने कहा कि अभी भी किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने सम्बंधी राष्ट्रीय कानून बनाने की मांग
अधूरी पड़ी है। जिसके लिए बसपा मांग है कि केन्द्र सरकार आने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में इस सम्बंध में कानून बनाकर किसानों की इस मांग को भी जरूर स्वीकार करें। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि इस आन्दोलन के दौरान जो किसान शहीद हो गए हैं। उन्हें उचित आर्थिक मदद और उनके परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी भी जरूर दें।
पूरे देश में आज शुक्रवार 19 नवम्बर को गुरुनानक देव की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है। कही भव्य संगीत का आयोजन किया गया है तो कहीं पर लंगर की लाइनों में लगकर लोग प्रसाद ले रहें हैं। वहीं राजनीतिक दलों के नेताओं की बात करें तो वो भी इस पावन पर्व अवसर पर गुरुद्वारों में जाकर मत्था टेक रहे हैं।
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