
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि हमने ऑक्सीजन की नीति में तय किया है कि जो निजी कंपनी ऑक्सीजन प्लांट लगाएंगी, उसकी पूंजी में पचास प्रतिशत का अनुदान राज्य सरकार देगी। शिवराज सिंह चौहान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रीवा में ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमने ऑक्सीजन की नीति में तय किया है कि जो प्राइवेट कंपनी ऑक्सीजन का प्लांट लगाएगी, उसकी पूंजी में 50 प्रतिशत अनुदान राज्य सरकार देगी। यह हमने इसलिए तय किया कि तेजी से ऑक्सीजन प्लांट लग जाएं। उन्होंने कहा कि हमें यह कहते हुए खुशी हो रही है कि ऑक्सीजन के मामले में रीवा अब आत्मनिर्भर हो रहा है। चार प्लांट्स का आज शुभारंभ हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कोविड की दूसरी लहर चली गई। लेकिन ऑक्सीजन का महत्व है। हमने तय किया था कि ऑक्सीजन की अलग से ऐसी व्यवस्था करें कि जिंदगी बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज के लिए हमें कहीं हाथ न फैलाना पड़े। ऑक्सीजन को लेकर हम आत्मनिर्भर हो जाएं।
उन्होंने कहा कि वो भयानक दौर हम कभी भूल नहीं सकते। जब कोरोना की दूसरी लहर कहर बनकर टूटी थी। अस्पताल भर गए थे और जो पेशेंट्स आते थे, ज्यादातर को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती थी। कभी जिंदगी में सोचा नहीं था कि ऑक्सीजन इतनी महत्वपूर्ण अस्पतालों के लिए हो जाएगी।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केवल एक ही चिंता रहती थी कि ऑक्सीजन समय पर पहुंच जाए। लेकिन भगवान की कृपा थी कि हम समय पर ऑक्सीजन कि व्यवस्था कर लेते थे। क्योंकि अगर ऑक्सीजन किसी को लगी है और समय पर टैंकर नहीं पहुंचा तो उनकी जिंदगी खतरे में पड़ जाने की पूरी संभावना थी। प्रदेश में कई बार ऐसे मौके आए, जब लगा कि हे भगवान क्या करें। रात-रात भर सोए नहीं, पलक से पलक नहीं लगी।
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