
अशाेक यादव, लखनऊ। कोरोना से जंग के बीच देश आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस खास अवसर पर दिल्ली के राजपथ पर अलग-अलग राज्यों और विभिन्न विभागों की झांकी निकाली गई। इसी के बीच गणतंत्र दिवस परेड में अयोध्या की धरोहर, भव्य राम मंदिर की प्रतिकृति, दीपोत्सव की झलक और पौराणिक ग्रंथ रामायण के विभिन्न हिस्सों की झांकी प्रदर्शित की गई। यह झांकी पूरी तरह से राम मंदिर का मॉडल थी।
जैसे ही राम मंदिर की झांकी आई तो कई दर्शक अपनी जगह खड़े होकर तालियां बजाने लगे और कई हाथ जोड़कर खड़े हो गए। कईयों के चेहरे पर गर्व का एहसास नजर आया और चेहरे पर मुस्कुराहट दिखी। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी खड़े राम मंदिर की थीम पर आधारित झांकी का खड़े होकर स्वागत किया। इस झांकी का शीर्षक गीत (थीम सांग) लखनऊ जाने-माने गीतकार व साहित्यकार वीरेन्द्र वत्स द्वारा रचित है। इस गीत में अयोध्या और सीता-राम के प्रति जनमानस की आस्था का उल्लेख है।
साथ ही उत्तर प्रदेश की कला और संस्कृति की समृद्ध विरासत पर भी इस गीत में प्रकाश डाला गया है। विविधता में एकता का उद्घोष करने वाले इस गीत में संगीत और स्वर बालीवुड के संगीतकार राहुल मिश्र का है। गीत का मुखड़ा है- ‘जहां अयोध्या सियाराम की देती समता का संदेश..कला और संस्कृति की धरती धन्य धन्य उत्तर प्रदेश।’
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