
अशाेक यादव, लखनऊ। बुलंदशहर शराब कांड पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्शन लिया है। बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत होने पर योगी ने संयुक्त आबकारी आयुक्त राजेश मणि त्रिपाठी और उप आबकारी आयुक्त सुरेश चंद्र पटेल को तत्काल हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। दोनों बड़े अफसरों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा जिला आबकारी अधिकारी बुलंदशहर संजय कुमार त्रिपाठी भी हटाए गए। मामले में आबकारी निरीक्षक सहित प्रधान आबकारी सिपाही और दो आबकारी सिपाही निलंबित कर दिए गए हैं। संयुक्त आबकारी आयुक्त और उप आबकारी आयुक्त को आबकारी आयुक्त मुख्यालय से संबंध किया गया है।
सीएम योगी के निर्देशानुसार हटाए गए सभी आबकारी अधिकारियों की विभागीय जांच होगी। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक प्रभात वर्धन, प्रधान आबकारी सिपाही रामबाबू, आबकारी सिपाही श्रीकांत सॉन्ग और सलीम अहमद को सस्पेंड कर दिया गया।
इससे पहले इस मामले में थाना पुलिस की लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी दिक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पूरी को निलंबित कर दिया गया था। साथ ही तीन लोगों को भी हिरासत में लिया गया था। इस घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश दिए थे। उन्होंने दोषियों पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
बुलंदशहर शराब कांड को लेकर पुलिस सूत्रों ने बताया था कि सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढ़ी में बीती रात नौ लोगों ने गांव के ही एक व्यक्ति से शराब खरीदी और सभी ने एक साथ बैठकर शराब का सेवन किया। देर रात में गांव के सतीश (35), कलुआ (40), रंजीत (41) और सुखपाल (60) की हालत बिगड़ने शुरू हो गई। परिजन चारों को अस्पताल ले गए लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले चारों ने दम तोड़ दिया वहीं शराब पीने वाले पांच लोगों को भी आज सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां एक की उपचार के दौरान मौत हो गयी।
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