अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को वापस ले।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘बीजेपी सरकार चंद अमीर मित्रों के फायदे के लिए पूरे देश के किसानों को न ठगे और आज की वार्ता के बाद कृषि कानून वापस ले।’
अखिलेश ने कहा, ‘सच तो ये है कि बीजेपी का जमीनी कार्यकर्ता भी यही चाहता है, क्योंकि वह आम जनता के बीच जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। भारत का राजनीतिक नेतृत्व इतना बंजर कभी न था।’
दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले एक महीने से अधिक समय से पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य हिस्सों से आए किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार और किसान नेताओं के बीच में कई दौर की बातचीत भी हुई है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है।
बुधवार यानी आज एक बार फिर किसान और केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत होनी है।26 नवंबर से धरना दे रहे किसानों की मांग है कि सरकार तीनों नए कृषि कानूनों को वापस ले। उनका कहना है कि इन कानूनों से एमएसपी पर होने वाली सरकारी खरीद और पंजाब-हरियाणा समते अन्य राज्यों में चल रही मंडी व्यवस्था समाप्त हो जाएगी।
हालांकि सरकार ने बार-बार भरोसा दिलाया है कि इन कानूनों से एमएसपी और मंडी सिस्टम पर कोई असर नहीं पड़ेगा, किन्तु वे और अधिक मजबूत होंगे। वहीं आज की वार्ता से पहले किसान संगठनों ने बिजली सुधार कानून को भी वापस लेने की मांग रखी है।
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