
अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सत्ता के अहंकार में भाजपा किसानों व देश के हर नागरिक की थाली का अपमान कर रही है। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का एक महीना पूरा हो गया है।
भाजपा अपने प्रिय पूंजीपति मित्रों का समर्थन करते हुए ऐसे रास्ते पर चल पड़ी है जो किसान, मजदूर एवं निम्न मध्यम वर्ग के खिलाफ जाता है।
अखिलेश के निर्देश पर समाजवादी किसान घेरा अभियान रविवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा ‘किसान सम्मान’ की नाममात्र धनराशि देने की आड़ में काले कृषि कानून लागू कर उनका नुकसान करना चाहती है।
देश-प्रदेश में जब से भाजपा सरकारें बनी हैं किसानों के लिए संकट के हालात बन गए हैं। किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिला। फसल बीमा योजना भी बीमा कंपनियों की कारगुजारियों का शिकार बन गई है। वस्तुतः यह किसान आंदोलन भाजपा सरकार की विफलता का जीवंत स्मारक है।
अखिलेश के निर्देश पर पीलीभीत, सोनभद्र, फर्रूखाबाद, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, प्रतापगढ़, अंबेडकरनगर, मऊ, महराजगंज, मेरठ, अंबेडकरनगर और आगरा समाजवादी किसान घेरा अभियान चलाकर किसानों को सपा सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई। गौतमबुद्धनगर, फैजाबाद, श्रावस्ती, कन्नौज, प्रयागराज, बहराइच और बस्ती में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
अखिलेश यादव ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने बिना चुनाव कराए ग्राम पंचायतें भंग कर दीं। बड़े बड़े चुनाव तो हो रहे हैं,लेकिन लोकतंत्र में जनप्रतिनिधित्व की सबसे छोटी इकाई के चुनावों के लिए सरकार के अपने को अक्षम बता रही है। ऐसी सरकार यूपी क्या चलाएगी। भाजपा लोकतंत्र की बुनियाद पर चोट न करे।
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