
अशाेक यादव, लखनऊ। बिजली उपभोक्ता के परिसर में चेक मीटर में रीडिंग तेज चलती पायी जाती है तो विभाग द्वारा उसे तीन महीने के लिए संशोधित किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कोड 5.2 के तहत उपभोक्ता ने जिस दिन लिखित में शिकायत की है। उस तारीख से तीन महीने पहले से बिल संशोधित किया जाएगा।
लेसा में हर महीने करीब पांच हजार लोग मीटर की रीडिंग तेज चलने की लिखित शिकायत करते हैं। इसके बाद विभाग द्वारा उपभोक्ता से मीटर कास्ट जमा कराकर परिसर में चेक मीटर लगाता है। फिर 15 दिन बाद चेक मीटर को उतारकर जांच की जाती है।
यदि जांच रिपोर्ट में मीटर की रीडिंग तेज चलती पायी जाती है तो अधिशासी अभियंता स्तर से उपभोक्ता का बिजली बिल संशोधित किया जाता है। लेसा के मुख्य अभियंता प्रदीप कक्कड़ ने बताया कि यदि किसी उपभोक्ता को चेक मीटर की रिपोर्ट नहीं मिलती है तो 1912 पर शिकायत करनी चाहिए।
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