
- जगह-जगह कावड़ बनाने की सजी दुकानें
कासगंज। शिव रात्रि का पर्व नजदीक आते ही जनपद के सोरों नगरी में शिव भक्तो का तांता लगना शुरू हो गया है। जगह-जगह शिव भक्त कावड़ियों को कावड़ भरने को लेकर दुकाने भी सजी दिखाई दे रही है।वहीं कावड़ियों की सुरक्षा के लिए कोतवाली पुलिस ने भी कमर कस ली है।जगह-जगह पुलिस तैनात है जिससे बाहर से आ रहे शिव भक्त कावड़ियों की पूरी सुरक्षा हो सके। जनपद की सोरों नगरी एक आदि प्राचीन तीर्थ नगरी है जहां पर भगवान विष्ण के तृतीय अवतार के रूप में भगवान बराह का अवतार धारण कर हिणराक्क्ष नामक राक्षस का वध कर पृथ्वी का उद्धार किया।मार्गर्षीष शक्ल पक्ष एकादषी के लिए वृत रखकर सोरों की पाॅच कोस की प्रक्रमा लगा कर द्वादसी के दिन हरिपदी गंगा जी में अपने शरीर का त्याग किया।उस समय भगवान बराह ने दो वरदान दिये, जो भी व्यक्ति अन्य तीर्थो में 60 हजार वर्ष तप करेगा जो फल प्राप्त होगा उसे वही फल मेरे तीर्थ में मात्र ढेड़ घंटे तपस्या करने से प्राप्त होगा।दूसरा वरदान है कि हरिपदी गंगा जी में डाली हुई मृतक व्यक्तियों की अस्थियां जल में विलीन हो जाती है।इसी भावना को लेकर यहां पर राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कई जिलों से श्रद्धालु सोरों के लहरा गंगा जी घाट पर नित्य प्रति आते है। इसी श्रद्धा को लेकर शिव रात्रि के पूर्व से ही शिव भक्त कावड़ियें रोजाना जल लेकर जाते दिखाई दे रहे है। बताया जाता है कि शिव भक्त कावड़िये लहरा गंगाजी घाट से कावड़ में जल भरकर नंगे पैर बिना जमीन पर रखे अपने श्रद्धा अनुसार लेकर जाते है।षिव रात्रि को लेकर शिव भक्तों की सुरक्षा के लिए कोतवाली प्रभारी ने भी कमर कस ली है।उन्होने सोरों के मुख्य मांर्गो पर जगह-जगह पुलिस तैनात कर दी है।जिससे दूर-दराज से आये कावड़ियों की पूरी सुरक्षा व्यवस्था हो सके।
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