चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं में उभरे असंतोष को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह ने शनिवार को कहा कि प्रदेश में केवल 13 लोकसभा सीटें हैं और 177 टिकटार्थी को टिकट देना असंभव है और संतुष्ट करना भी. बता दें कि पंजाब से ऐसी खबरें थीं कि नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को भी टिकट नहीं दिए जाने पर नाराजगी है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जीतने की क्षमता को आधार बना कर टिकटों के बंटवारे का फैसला कांग्रेस आलाकमान ने किया है. आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता चंदन गरेवाल का कांग्रेस में शामिल कराने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि टिकटों का आवटन इस प्रकार किया गया है कि युवाओं और अनुभवी लोगों के बीच सामंजस्य बैठाया जा सके.’
यह पूछे जाने पर कि कुछ असंतुष्ट कांग्रेस नेता अलग कांग्रेस टकसाली बनाने के लिए काम कर रहे हैं तो मुख्यमंत्री ने कहा कि टिकट के इच्छुक सभी नेताओं को टिकट नहीं दिया जा सकता है. कैप्टन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इन नेताओं के बीच बेहतर समझ बनेगी और वे सब प्रदेश में कांग्रेस की सफलता के लिए काम करेंगे. वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं जालंधर के पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी को टिकट नहीं दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर कैप्टन ने कहा कि वह अतीत में तीन बार चुनाव हार चुके हैं उनकी पत्नी को भी मौका दिया गया था लेकिन वह भी चुनाव हार गयी. चंडीगढ़ में रविवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक में केपी ने ही कांग्रेस टकसाली के गठन का विचार दिया था. केपी के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं शमशेर सिंह दुलो और संतोष चौधरी भी 19 मई को होने वाले चुनाव में टिकट कटने से नाराज हैं.
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