उरई। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत से देश का हर वर्ग आक्रोशित नजर आ रहा है। जिला मुख्यालय उरई के पत्रकारों ने माहिल तालाब से गांधी चबूतरे तक कैैंडिल मार्च निकालकर अपना विरोध जताया और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। नगर के माहिल तालाब से प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में कैैंडिल मार्च निकाला। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पत्रकार शहर के मुख्य मार्ग होते हुए निकले और तहसील के सामने स्थित गांधी चबूतरे पर पहुंचकर कैैंडिल लगाकर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उपजा जिलाध्यक्ष अरविंद द्विवेदी ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। सरकर को इसके खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह जख्म कभी भर नहीं सकता।
वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा ने कहा कि ऐसी दुखद परिस्थिति में पत्रकार भारतीय सेना व सरकार के साथ हैं क्योंकि यह घटना किसी व्यक्ति विशेष की नहीं बल्कि देश के वीर सपूतों से जुड़ी है। पुलवामा जैसी घटना दोबारा घटित न हो इसके लिए सरकार को पुख्ता कार्रवाई और रणनीति पर कार्य करना होगा। इस मौके पर ओमप्रकाश राठौर, संजय श्रीवास्तव, अवधेश सिंह बबलू, अजय सहारा, प्रदीप त्रिपाठी, सुशील पांडेय, सुधीर पाठक, मयंक गुप्ता, अखिलेश, नितिन, अलीम सिद्दीकी, अकील, आशुतोष, विनय गुप्ता, नीरज प्रजापति, उस्मान, वीरेंद्र तिवारी, शिवकुमार जादौन, संजय गुप्ता, विक्की परिहार, मुवीन, अफरोज, विक्की, राहुल मड़ोरा, जीतू, महेश के अलावा पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय चौधरी, मिर्जा शाबिर बेग, शायर शफीकुर्रहमान कश्फी, बच्चू महाराज आदि समाजसेवी भी पत्रकारों के साथ कैैंडिल मार्च में शामिल हुए।
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