
अशोक यादव, लखनऊ / वाराणसी : सुरक्षित एवं संरक्षित रेल यात्रा, रेलवे की पहली प्राथमिकता है, इसे सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के लिए निरन्तर प्रयास किया जाता है। सर्दी का मौसम शुरू हो गया है, इस मौसम में इस क्षेत्र में कोहरे का प्रभाव रहता हैै, जिसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए लोको पायलटों, सहायक लोको पायलटों तथा गार्डो की सेफ्टी काउंसलिंग की जा रही है।
शनिवार 20 दिसंबर,2025 को वाराणसी जं स्थित क्रू लॉबी के सेमिनार कक्ष में मंडल रेल प्रबंधक आशीष जैन की अध्यक्षता में सेफ्टी सेमिनार का आयोजन किया गया । इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(ऑपरेशन) धर्मेन्द्र यादव,मंडल विद्युत इंजीनियर(ऑपरेशन) एन के शुक्ला, लॉबी में कार्यरत लोको निरीक्षक तथा प्रशिक्षण रत लोको पायलट व सहायक लोको पायलट उपस्थित थे। जब कोई ट्रेन खतरे के संकेत (लाल रंग) को दर्शाने वाले किसी सिगनल को पार कर जाती है,तो रेलवे में यह एक गंभीर संरक्षा चूक माना जाता है क्योंकि इससे अन्य ट्रेनों या बाधाओं से टक्कर हो सकती है।

इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि कोहरे के दौरान सुरक्षित, संरक्षित एवं अपेक्षाकृत तेज ट्रेन संचालन में आधुनिक जी.पी.एस. आधारित फॉग सेफ डिवाइस का महत्पूर्ण योगदान है। इस डिवाइस के उपयोग में आने के पहले की अपेक्षा गाडियों की अनुमेय गति बढ़ी है। इस फॉग सेफ डिवाइस से लोको पायलटों का भरोसा बढ़ा है तथा आगामी सिगनल की जानकारी इस डिवाइस के माध्यम से मिलती रहती है। वाराणसी मंडल में 415 फॉग सेफ डिवाइस उपलब्ध कराये गये है।
इसके साथ ही मंडल रेल प्रबंधक ने रनिंग कर्मचारियों की व्यवहारिक समस्याओं के निस्तारण हेतु संछिप्त परिचर्चा की और समस्याओं के शीघ्र निराकरण हेतु आश्वस्त किया।
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