पेशावर: पाकिस्तान में इमरान सरकार ने लोगों को नए साल का तोहफा देते हुए प्रतिबंधित बसंत पंचमी उत्सव को 12 साल बाद फिर से शुरू करने की इजाजत दी है। इसको लेकर हिंदू-मुसलमानों में खुशी पाई जा रही है। साथ ही भारतीय लोगों ने सरकार से मांग उठाई है कि इस परंपरागत समागम में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान एंबेसी ज्यादा से ज्यादा भारतीय पंजाबियों को वीजा मुहैया किया जाए।बता दें कि पाक की तत्कालीन सरकार ने कट्टरपंथी संगठनों खास करके मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा के दबाव में आकर बसंत पंचमी उत्सव पर वर्ष 2007 में पाबंदी लगी थी। तर्क यह था कि त्योहार गैर-इस्लामिक है। हालांकि इसे दोनों ही समुदाय मिलकर मनाते हैं। त्योहार को नेशनल काइट-डे के तौर में भी जाना जाता है।
पंजाब प्रांत के सूचना एवं संस्कृति मंत्री फैयाजुल हसन कोहन ने इस प्रतिबंध को हटाने का ऐलान किया है। इस परंपरागत समागम में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान एंबेसी ज्यादा से ज्यादा भारतीय पंजाबियों को वीजा मुहैया किया जाए।बता दें कि पाक की तत्कालीन सरकार ने कट्टरपंथी संगठनों खास करके मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा के दबाव में आकर बसंत पंचमी उत्सव पर वर्ष 2007 में पाबंदी लगी थी। तर्क यह था कि त्योहार गैर-इस्लामिक है। हालांकि इसे दोनों ही समुदाय मिलकर मनाते हैं। त्योहार को नेशनल काइट-डे के तौर में भी जाना जाता है। पंजाब प्रांत के सूचना एवं संस्कृति मंत्री फैयाजुल हसन कोहन ने इस प्रतिबंध को हटाने का ऐलान किया है।
Suryoday Bharat Suryoday Bharat