
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, जयपुर : राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में आयोजित 10वें अंतरराष्ट्रीय भारतीय स्वास्थ्य मनोविज्ञान सम्मेलन का दूसरा दिन अत्यंत ज्ञानवर्धक और उत्साहपूर्ण रहा।
दूसरे दिन की शुरुआत महत्वपूर्ण पूर्ण सत्रो के साथ हुई। इन सत्रों का शुभारंभ चेयरपर्सन मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष राजस्थान विश्वविद्यालय प्रो. प्रेरणा पुरी व बी.एच.यू प्रो. संदीप कुमार द्वारा किया गया। विभिन्न अध्यक्षों तथा आमंत्रित अतिथियों ने स्वास्थ्य मनोविज्ञान, ऑमानसिक कल्याण, व्यवहारिक हस्तक्षेप और उभरते मनोवैज्ञानिक आयामों पर अपने विचार व्यक्त किए।
विशेषज्ञों ने बदलते सामाजिक परिवेश में मनोविज्ञान की भूमिका, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता तथा अनुसंधान की दिशा पर विशेष प्रकाश डाला।
सम्मेलन के दोरान लगभग 400 शोध प्रस्तुतियाँ दी जाएगी , जिनमें विविध समकालीन विषयों पर महत्वपूर्ण निष्कर्ष और भविष्य की दिशा प्रस्तुत की गई।
प्रस्तुतियों के प्रमुख थीम थे—
- स्वास्थ्य देखभाल में पारंपरिक एवं वैकल्पिक प्रणाली का एकीकरण
- संगठनात्मक व्यवहार और समग्र स्वास्थ्य
- खेल, व्यायाम, आहार एवं जीवनशैली का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
- तनाव से जुड़े वर्तमान मुद्दे, निपटान रणनीियाँ एवं प्रबंधन
- डिजिटल युग में साइबर अपराध
दूसरे दिन के कार्यक्रमों ने यह स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य मनोविज्ञान का क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है और आने वाले वर्षों में इसमें अनुसंधान व व्यावहारिक कार्यान्वयन की व्यापक संभावनाएँ मौजूद हैं। सम्मेलन का यह चरण प्रतिभागियों के लिए सीखने, साझा करने और नए दृष्टिकोण विकसित करने का महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ। सम्मेलन आर. सी. आई. पंजीकृत है जिसमे प्रतिभागियों को प्रत्येक दिवस 8 CRI पॉइंट्स दिए जायेगे , कुल 16 पॉइंट्स प्राप्त करना अनिवार्य हैं।
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