
अशोक यादव, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में बुधवार 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मानवाधिकार विभाग एवं सेंटर ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट लीगल स्टडीज के संयुक्त तत्वावधान में ‘मानवाधिकार: हमारी दैनिक आवश्यकताएँ – राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य’ विषय पर एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र जी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश लॉ कमीशन के चेयरपर्सन जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव , कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कार्यवाहक कुलपति प्रो. एस. विक्टर बाबू, फोरम फॉर ग्लोबल स्टडीज के फाउंडिंग डायरेक्टर एवं साउदर्न फ्रेडरल यूनिवर्सिटी, रशिया के विजिटिंग प्रोफेसर डॉ. संदीप त्रिपाठी, प्रो. प्रीति मिश्रा एवं मानवाधिकार विभाग के विभागाध्यक्ष और कार्यक्रम संयोजक प्रो. शशि कुमार उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि एवं विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक राष्ट्र की वास्तविक प्रगति तभी संभव है, जब वहाँ सशक्त, पारदर्शी तथा सुशासन प्रदान करने वाली सरकार कार्यरत हो।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. विक्टर बाबू ने मानवाधिकार दिवस के अवसर पर कहा कि मानवाधिकार केवल अधिकारों की सूची नहीं, बल्कि मानवता को उन्नत करने का वह नैतिक आधार है, जो प्रत्येक व्यक्ति को सम्मान, स्वतंत्रता और न्याय के साथ जीने का अवसर देता है।
विशिष्ट अतिथि एवं उत्तर प्रदेश लॉ कमीशन के चेयरपर्सन जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि मानवाधिकार किसी भी सभ्य समाज की प्रगति का मूल आधार हैं।
फोरम फॉर ग्लोबल स्टडीज के फाउंडिंग डॉ. संदीप त्रिपाठी ने बताया कि मानवाधिकार केवल संवैधानिक अधिकार नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति के सम्मान, स्वतंत्रता, समानता और सुरक्षित जीवन की मूल आधारशिला हैं।
प्लेनरी एवं तकनीकी सत्र के दौरान वक्ता के तौर पर ऑक्सफोर्ड ब्रुक्स यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम के प्रो. प्रीतम सिंह, यूनिवर्सिटी ऑफ नाटिंघम के प्रोफेसर ऑफ लॉ प्रो. कीस वैन हरपेन, यूनिसेफ के सोशल पॉलिसी स्पेशलिस्ट प्रो. पियूष एंटनी, लखनऊ विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. संजय गुप्ता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के समापन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ लॉ के प्रो. बी.डी. सिंह उपस्थित रहे। समापन सत्र के दौरान मानवाधिकारों की महत्ता एवं उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा की गयी। इसके अतिरिक्त डॉ. अजय सिंह कुशवाहा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, गैर शिक्षण कर्मचारी, शोधार्थी, प्रतिभागी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
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