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नाखूनों का रंग और शेप देखकर जानें अपनी सेहत का हाल

नाखूनों का बदलता रंग, आकार, मोटा-पतला या इन पर धारिया पड़ना सेहत से जुड़े बहुत सारे राज खोलता है। इन छोटी-छोटी बातों पर लोग ध्यान नहीं देते लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि नाखूनों में आए बदलाव के जरिए पता लगाया जा सकता है कि शरीर में किन पोषक तत्वों की कमी है और कौन-सी बीमारी किस कंडीशन तक पहुंच रही है।
कैरटिन से बने होते हैं नाखून
नाखून शरीर में मौजूद कैरटिन नामक पोषक तत्व से बने होते हैं। जब शरीर में इस पोषक तत्व की कमी आती है तब कैरटिन की सतह प्रभावित होने लगती है। जिससे इनका रंग बदलने का लगता है और यह शरीर में पनप रहे रोगों का संकेत है।
मिलता है बीमारियों का संकेत 
नाखूनों का रंग हल्का गुलाबी होता है जो अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है लेकिन इनके बदलते रंग की मदद से शरीर में मिनरल्स, विटामिंस की कमी, थायराइड, ऐनीमिया, कार्डियक डिजीज, लंग्स डिसऔर्डर आदि बीमारियों का पता आसानी से लगाया जा सकता है।
क्या कहता है नाखूनों का बदलता रंग?
पीले नाखून
इस रंग के नाखून शरीर में खून की कमी, दिल संबंधित रोग, लिवर रोग, कुपोषण, पीलिया, थाइराइड, डायबिटीज, सोरायसिस आदि का कारण हैं। कई बार फंगल इंफैक्शन की वजह से भी नाखून पीले हो जाते हैं।
नीले नाखून
जब शरीर में ऑक्सीजन का संचार सही तरीके से नहीं हो पाता तब नाखूनों का रंग नीला होने लगता है। इसके अलावा यह सांस लेने की परेशानी, फेफड़ों की इंफैक्शन, निमोनिया, दिल के रोग आदि का संकेत हो सकता है। जामुनी रंग के नाखून लो ब्लड प्रेशर का संकेत भी देते हैं।
लाल नाखून
नाखूनों का रंग जब गहरा लाल हो जाए तो यह हाई ब्लड प्रेशर का कारण हो सकता है।
सफेद नाखून 
नाखूनों पर सफेद रंग के धब्बे या लकीरे नजर आए तो यह आंत की गड़बड़ी, कैल्शियम की कमी, लिवर रोग आदि की ओर संकेत देता है। इसके अलावा यह बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण भी हो सकता है।
आधे सफेद और आधे गुलाबी नाखून 
नाखूनों का रंग आधा गुलाबी व आधा सफेद दिखाई दे तो ऐसा होना गुर्दे के रोग व सिरोसिस का संकेत देता है।
उभरे हुए नाखून 
बहुत लोग नाखूनों के आसपास की त्वचा ऊभरने से परेशान होते हैं। वैसे तो सर्दी के मौसम में यह परेशानी आम है लेकिन लगातार इस तरह की स्थिति फेफड़ों व आंतों में सूजन और हृदय रोगों का कारण है।
चम्मच की तरह नाखून
यह संकेत अनुवांशिक रोग की वजह से दिखाई देते हैं। यह आयरन की कमी या एनीमिया, हृदय की बीमारी, उंगलियों में रक्घ्त ठीक प्रकार से ना पहुंचना या फिर हाइपरथायरायड के कारण भी हो सकता है।
तोते की चोंच की नाखून
कुछ लोगों को नाखूनों की शेप तोते की चोंच की तरह होती है उस व्यक्ति को लंग्स डिसॉर्डर या कार्डियक की बीमारी होने की संभावना ज्यादा होती है।
ऐसे बनाए रखें नाखूनों की सेहत
1. विटामिन बी युक्त आहार
पौष्टिक आहार की मदद से नाखूनों पर पड़ी दरारें कम की जा सकती हैं। अपने आहार में विटामिन बी शामिल करें। इसके लिए टोफू, दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां खाएं।
2. कम करें नेल पॉलिश का इस्तेमाल
हर समय नाखूनों पर नेल पॉलिश लगा कर न रखें। इसमें मौजूद कैमिकल्स नाखूनों की असली रंगत खराब कर देते हैं।
3. मॉइश्चराइजर लगाएं
नाखूनों को ड्राई न रहने दें, पानी का काम करने के बाद हाथों की मॉइश्चराइजर से मसाज करें।
4. नारियल तेल से मसाज
रोजाना नारियल के तेल से नाखूनों की मसाज करें। इसे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और नाखूनों का रंगत भी गुलाबी होने लगेगी।

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