
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, चित्रकूट : कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित तथा दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट द्वारा विश्व एड्स दिवस पर सोमवार को जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन ग्राम कपसेठी में किया गया।
इस मौके पर जेएसएस के परियोजना समन्वयक बनारसी लाल पांडेय ने संस्थान द्वारा शासन की मंशानुरूप स्वरोजगार वर्धन हेतु संचालित किए जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी प्रदान की एवं उन्हें सीखकर स्वावलम्बी बनने हेतु प्रेरित किया, स्वस्थ रहने हेतु आहार विहार के साथ ऋतुचर्या व दिनचर्या के महत्व पर प्रकाश डाला।
पांडेय ने कहा कि एड्स एक गम्भीर जानलेवा बीमारी है। समाज को जागरूक करने की दृष्टि से 1 दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बीमारी के कीटाणुओं से शरीर की रोग प्रतिरिधक क्षमता नष्ट हो जाती है जिससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता धीरे धीरे नष्ट हो जाती है। उन्होंने इसके लक्षणों पे प्रकाश डालते हुए बताया कि गले मे खरास, लम्बे समय तक खाँसी, बार बार साँस फूलना, तेजी से वजन घटना, मांसपेशियों में दर्द आदि इसके पहचान के प्रारंभिक लक्षण हैं।
इस अवसर पर अनुदेशक मीना देवी ने इसके कारणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संक्रमित रक्त के चढ़ाने से, असुरक्षित यौन संबंधों से यह बीमारी फैलती है। उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए हम अपने साथी के प्रति वफादार रहें, संक्रमित सुई का इस्तेमाल न करें, रक्त परीक्षण करवाकर ही चढाये। हम सभी को सद्चरित्र होना चाहिए एवं अपने सामाजिक व नैतिक मूल्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जानकारी ही बचाव है हमारा जीवन बहुमूल्य है इससे बचाव के लिए हमें अपने समाज को जागरूक करते रहना चाहिए। इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान के कार्यकर्ता गणेश प्रसाद सहित आधा सैकड़ा लोगों की उपस्थिति रही।
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