
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली / जबलपुर / जयपुर / लखनऊ / वाराणसी : आगामी दिनों में पूर्वी तटवर्ती राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना पर संभावित रूप से प्रभाव डालने वाले चक्रवात “मोंथा” के मद्देनज़र रेल प्रशासन को उच्च स्तर पर सतर्क किया गया है। केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार रेलवे मुख्यालय में तैयारियों की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित जोनों को चक्रवात से निपटने हेतु आवश्यक कदम तुरंत उठाने के निर्देश दिए।
रेल मंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने पूर्वी तट रेलवे, दक्षिण तटीय रेलवे तथा दक्षिण मध्य रेलवे अधिकारियों को निर्देश दिए कि संभावित प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरती जाए और आवश्यक सामग्री, उपकरण, मानव संसाधन एवं राहत दलों को अग्रिम रूप से तैयार रखा जाए।
चक्रवात की आशंका को देखते हुए विजयवाड़ा, विशाखापट्टनम और गुंटूर मंडलों में डिविजनल वार रूम्स सक्रिय कर दिए गए हैं। वार रूम्स से लगातार मौसम की स्थिति, रेल मार्गों की सुरक्षा और ट्रेन परिचालन की निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। रेल प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि चक्रवात की स्थिति में यात्रियों को न्यूनतम असुविधा हो। इसके लिए आवश्यकतानुसार ट्रेनों के परिचालन में समायोजन, अस्थायी निरस्तीकरण या मार्ग परिवर्तन जैसे निर्णय परिस्थितियों के अनुसार किए जाएंगे।
पूर्वी तट रेलवे (ECoR), दक्षिण तटीय रेलवे (SCoR) एवं दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) जोनों को अपने-अपने क्षेत्रों में संसाधनों को जुटाने, आपातकालीन दलों की तैनाती तथा संचार तंत्र को सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए गए हैं।
रेल मंत्रालय ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पूर्व संबंधित रेलवे की वेबसाइट या NTES मोबाइल ऐप के माध्यम से ट्रेनों की स्थिति की अद्यतन जानकारी एवं मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करें।
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