
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के प्रबंधन अध्ययन विभाग द्वारा, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सहयोग से “निवेशक जागरूकता एवं वित्तीय साक्षरता” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम विश्व निवेशक सप्ताह 2025 के अवसर पर आयोजित हुआ, जिसका उद्देश्य छात्रों और युवा निवेशकों में वित्तीय जागरूकता तथा जिम्मेदार निवेश की भावना को प्रोत्साहित करना था। स्वागत भाषण डॉ. रमेश कुमार चतुर्वेदी, आयोजन सचिव द्वारा दिया गया।

प्रो. अमित कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष एवं डीन, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स ने अपने उद्बोधन में वित्तीय साक्षरता को एक सशक्त और समावेशी अर्थव्यवस्था की आधारशिला बताया।
विवेक दुआ, मुख्य प्रबंधक, एनएसई, सी.एस. श्रुति शर्मा (एनएसई) तथा बी. के. गुप्ता, उप महाप्रबंधक, सेबी ने अपने संबोधन में निवेशकों के संरक्षण, अनुशासन और जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने छात्रों को निवेश के तीन सूत्र बताए — दीर्घकालिक दृष्टिकोण, धैर्य और शीघ्र शुरुआत। उन्होंने कहा कि “धन से बहुत कुछ खरीदा जा सकता है, पर स्वास्थ्य सदैव आपकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।”
भारतीय ज्ञान प्रणाली का उल्लेख करते हुए उन्होंने जीवन में धन, दान और कल्याण के बीच संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा दी तथा छात्रों को वॉरेन बफेट और राकेश झुनझुनवाला के जीवन से सीख लेने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बीबीएयू का आदर्श वाक्य, जो राज्य, शील और कर्म पर आधारित है, निवेश के नैतिक एवं जिम्मेदार व्यवहार का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है।
कार्यक्रम के दौरान एक संक्षिप्त निवेशक जागरूकता प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई। कार्यक्रम में डॉ. लीना शरद शिम्पी की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही, जिन्होंने विभाग द्वारा वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की।