
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में मंगलवार 23 सितंबर को हिंदी प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित ‘हिंदी पखवाड़ा उत्सव 2025’ के अंतर्गत ‘कार्यालयीन कार्य में हिन्दी का प्रयोग’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर उपकुलसचिव – वित्त, बीबीएयू डॉ. आशीष रस्तोगी एवं कार्यक्रम संयोजक और सहायक निदेशक, राजभाषा, बीबीएयू डॉ. बलजीत कुमार श्रीवास्तव उपस्थित रहे। आयोजन समिति की ओर से मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट करके उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। इसके पश्चात डॉ. बलजीत कुमार श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया।
डॉ. आशीष रस्तोगी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि विश्व के सभी विकसित राष्ट्रों ने अपनी-अपनी मातृभाषा को सदैव प्राथमिकता दी है। यही कारण है कि वे राष्ट्र आज शिक्षा, व्यापार, प्रौद्योगिकी और प्रशासन के क्षेत्र में इतनी प्रगति कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि इन देशों में संवाद, व्यापारिक लेन-देन तथा सभी प्रकार की प्रशासनिक गतिविधियाँ उनकी मातृभाषा के माध्यम से ही संपन्न होती हैं, जिससे वहाँ की संस्कृति और भाषा की गरिमा निरंतर बनी रहती है।
उन्होंने सुझाव दिया कि भारत के उत्थान और सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि हम भी अपनी मातृभाषा हिंदी को कार्यालयीन एवं प्रशासनिक गतिविधियों में अधिकाधिक बढ़ावा दें। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपनी मातृभाषा के प्रति गर्व की भावना विकसित करें और इसे अपने दैनिक जीवन में आत्मविश्वास के साथ प्रयोग करें। उनका कहना था कि यदि भारत का युवा वर्ग अपनी मातृभाषा को सम्मान और प्राथमिकता देगा, तो निश्चित ही राष्ट्र की पहचान और उसकी प्रगति और अधिक सुदृढ़ होगी।
अंत में डॉ. बलजीत कुमार श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।