
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, चित्रकूट : महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में स्पीक मैके नई दिल्ली द्वारा आयोजित एक भव्य संगीत कार्यक्रम हुआ, जिसमें प्रसिद्ध सितार वादक श्रावणी विश्वास , बनारस ने आकर्षक सितार वादन कर अपनी अद्भुत संगीत प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस विशेष यादगार कार्यक्रम से दर्शकों को संगीत की दुनिया में एक अद्भुत यात्रा पर जाने का अवसर मिला। इस मौके पर कलाकारों ने अद्भुत संगीत प्रतिभा का प्रदर्शन किया और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में विभिन्न रागों पर आधारित प्रस्तुतियां दी गईं, जिन्होंने दर्शकों को संगीत की विविधता का अनुभव कराया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने स्पीक मैके द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इससे शास्त्रीय संगीत को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रो मिश्रा ने भारतीय ज्ञान परंपरा एवं संस्कृति उत्थान की दिशा में ग्रामोदय विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे सतत प्रयास की जानकारी दी।
प्रसिद्ध सितार वादक श्रावणी विश्वास बनारस के सितार वादन में राग शुद्ध सारंग पर आधारित तीन गतों की प्रस्तुति, जिसमें मध्यालय, एकताल और तीनताल शामिल थे। भजन “रघुपति राघव राजा राम” की भावपूर्ण प्रस्तुति रही। राग यमन पर आधारित फिल्मी गीतों की प्रस्तुति, जिसमें “जब दीप जले आना”, “लाल इश्क” और “नाम गुम हो जाएगा” शामिल थे। विभिन्न रागों पर आधारित फिल्मी गीतों की प्रस्तुति, जिसमें “जाने कहाँ गये वो दिन” और “मेरे ढोलना सुन” शामिल थे। धुन “शिव कैलाशो के वासी” और राग देस, मांड, बिलावल पर आधारित प्रस्तुति हुई। तबला वादक के रूप में ज्ञान स्वरूप मुखर्जी और यश सोनकर ने प्रस्तुति दी।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ विवेक फड़नीस, कार्यक्रम संयोजक, संगीत इकाई ने किया। इस अवसर ग्रामोदय विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और छात्र छात्राओं ने सहभागिता की।