
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में बुधवार 3 सितंबर को बीबीएयू एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, संस्कृति मंत्रालय, केंद्र सरकार, नई दिल्ली के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। इसके अतिरिक्त मुख्य तौर पर डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस. विक्टर बाबू, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र से डॉ. ऋचा नेगी और डॉ. दिलीप कुमार एवं इतिहास विभाग, बीबीएयू के विभागाध्यक्ष प्रो वी.एम. रवि कुमार उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र प्रारम्भ से ही कला, इतिहास, संस्कृति और परंपरा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करता आ रहा है, जो अत्यंत सराहनीय है।
प्रो. मित्तल ने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा विकासशील मापदंड तैयार किया जाना चाहिए, जिससे शोध और अनुसंधान को प्रोत्साहन मिले। यही उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी निहित है, जिसके माध्यम से युवाओं को नवाचार और शोध के लिए प्रेरित किया जा सकेगा। साथ ही इस समझौता ज्ञापन (MoU) के अंतर्गत भविष्य में दोनों संस्थान मिलकर साझा शोध, शैक्षणिक गतिविधियों एवं सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्र में सार्थक कार्य करेंगे।
इस समझौता ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य गंगा घाटी तथा उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों के शोधाध्ययन एवं संरक्षण आदि के क्षेत्र में बढ़ – चढ़कर कार्य करना है। साथ ही इसके माध्यम से गंगा घाटी और उत्तर प्रदेश के शैलचित्र एवं पुरातत्त्व कला संस्कृति आदि पर शोध अध्ययन किया जायेगा। इसके अतिरिक्त समय-समय पर विद्यार्थियों के लिए संवादात्मक कार्यशाला, संगोष्टी, प्रदर्शनी तथा व्याख्यान माला आदि का भी आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर प्रो. शूरा दारापुरी, एमओयू संयोजक डॉ. सुभाष मिश्रा, डॉ. सुदर्शन चक्रधारी, डॉ. आनंद सिंह, डॉ. सिद्धार्थ शंकर राय, डॉ. रेनू पाण्डेय उपस्थित रहीं।