
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में शुक्रवार 29 अगस्त को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, प्रबंधन अध्ययन विभाग, बीबीएयू एवं महानिषेध विभाग, उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में ‘एक युद्ध, नशे के विरुद्ध’ विषय पर नशा मुक्ति भारत अभियान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य तौर पर आईक्यूएसी डायरेक्टर प्रो. शिल्पी वर्मा, पूर्व क्षेत्रीय मद्यनिषेध अधिकारी एवं सलाहकार उत्तर प्रदेश ग्रामीण विकास संस्थान जलज मिश्रा, प्रबंधन अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो. अमित कुमार सिंह, डॉ. रमेश कुमार चतुर्वेदी, डॉ. पवन कुमार चौरसिया एवं डॉ. नरेंद्र सिंह उपस्थित रहे। डॉ. रमेश कुमार चतुर्वेदी ने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया गया। मंच संचालन का कार्य डॉ. नरेंद्र सिंह द्वारा किया गया।

पूर्व क्षेत्रीय मद्यनिषेध अधिकारी एवं सलाहकार उत्तर प्रदेश ग्रामीण विकास संस्थान जलज मिश्रा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि कि आज भारत की लगभग 23.8% जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान की शिकार है। जलज मिश्रा ने भी यह चिंता जताई कि यदि हमारा भविष्य इस प्रकार की भटकी हुई राह पर चलेगा, तो विकसित भारत का निर्माण कैसे संभव होगा। धूम्रपान और नशे की आदतें न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को खोखला करती हैं, बल्कि परिवार और समाज पर भी गहरा दुष्प्रभाव डालती हैं। फेफड़ों का कैंसर, हृदय रोग, श्वसन तंत्र की समस्याएँ और असमय मृत्यु इसका सीधा परिणाम हैं।
विद्यार्थियों के लिए भाषण, पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया , जिनका विषय ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ रखा गया। साथ ही महानिषेध विभाग की ओर से कठपुतली प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. पवन कुमार चौरसिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, गैर शिक्षण कर्मचारी, प्रतिभागी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।