
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में शुक्रवार 29 अगस्त को संस्थान नवाचार परिषद (IIC) की ओर से एकदिवसीय इनोवेशन एवं इंटरप्रेन्योरशिप आउटरीच कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता के तौर पर आईआईसी, बीबीएयू के अध्यक्ष प्रो. नवीन कुमार अरोड़ा उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मुख्य तौर पर मीडिया एवं संचार विद्यापीठ के संकायाध्यक्ष प्रो. गोपाल सिंह एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. महेंद्र कुमार पाढी उपस्थित रहे। सर्वप्रथम डॉ. महेंद्र कुमार पाढी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया एवं सभी को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया।

आईआईसी, बीबीएयू के अध्यक्ष प्रो. नवीन कुमार अरोड़ा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में हमें तकनीक, नवाचार और विभिन्न उत्पादों के लिए अन्य देशों पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हमें इसे एक अवसर के रूप में स्वीकार करना चाहिए। आत्मनिर्भर भारत की भावना के अनुरूप हमें अधिक से अधिक वस्तुओं का उत्पादन स्वयं करना चाहिए और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत विश्व की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या वाला देश है और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यदि हम इस ऊर्जा का सही दिशा में प्रयोग करें तो भारत को न केवल आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अग्रणी भी स्थापित किया जा सकता है। अपने व्याख्यान में प्रो. अरोड़ा ने ‘Innovation, Entrepreneurship, Startups in Agricultural Microbiology and Biotechnology’ विषय पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. महेंद्र कुमार पाढी ने भी विद्यार्थियों को अनुसंधान एवं नवाचार के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. अरविंद सिंह, डॉ. कुंवर सुरेन्द्र बहादुर, डॉ. लोकनाथ सिंह, अन्य शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।