
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में गुरुवार 21 अगस्त को संस्थान नवाचार परिषद की ओर से ‘शोध में समस्या समाधान एवं विचार मंथन’ विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल के दिशानिर्देशन में आयोजित की गयी। जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर प्रबंधन अध्ययन विभाग के प्रो. कुशेन्द्र मिश्रा एवं कार्यशाला समन्वयक डॉ. महेंद्र कुमार पाढी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत आयोजन समिति की ओर से मुख्य वक्ता को पौंधा भेंट करने के साथ हुई। सर्वप्रथम डॉ. महेंद्र कुमार पाढी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया एवं सभी को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया।
मुख्य वक्ता प्रो. कुशेन्द्र मिश्रा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान युग में शोध केवल शैक्षणिक जिज्ञासा का विषय नहीं रह गया है, बल्कि यह समाज के प्रत्येक क्षेत्र को दिशा देने का सशक्त साधन बन चुका है। उन्होंने कहा कि जब हम किसी समस्या पर शोध करते हैं तो उसका उद्देश्य केवल तथ्यों को खोजना भर नहीं होता, बल्कि उस समस्या की गहराई तक जाकर उसके कारणों को समझना और उसके समाधान के लिए नए दृष्टिकोण प्रस्तुत करना होता है।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को समस्या-समाधान की रूपरेखा से परिचित कराना, शोध में डिज़ाइन थिंकिंग के प्रयोग को समझाना तथा नये दृष्टिकोण को विकसित करना था। इसके अंतर्गत यह बताया गया कि किसी भी समस्या की पहचान, उसका गहन विश्लेषण और फिर क्रमबद्ध तरीके से समाधान निकालना शोध का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
कार्यक्रम के दौरान मीडिया एवं संचार विद्यापीठ के संकायाध्यक्ष प्रो. गोपाल सिंह, जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. गोविन्द जी पाण्डेय, डॉ. रचना गंगवार, डॉ. अरविंद सिंह, डॉ. कुंवर सुरेन्द्र बहादुर, डॉ. लोकनाथ, विभिन्न शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
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