
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : नवाबों के शहर लखनऊ के दिलकुशा हेरिटेज क्लब में कजरी तीज का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती श्रुति गुप्ता के कुशल निर्देशन में इस अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस आयोजन में गीत-संगीत, नृत्य और विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं ने सभी का मन मोह लिया।
समिति की सदस्याओं और उनके बच्चों ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियों से उपस्थित दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी।
कजरी तीज, जो उत्तर भारत में विशेष रूप से उत्साह के साथ मनाई जाती है, नारी शक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। इस अवसर पर दिलकुशा हेरिटेज क्लब का प्रांगण रंग-बिरंगे परिधानों, हंसी-ठिठोली और उत्सव की रौनक से सराबोर रहा।
अपने संबोधन में समिति की अध्यक्षा श्रीमती श्रुति गुप्ता ने कहा, “कजरी तीज केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और सामूहिक एकता का उत्सव है। हमारी समिति का उद्देश्य इस तरह के आयोजनों के माध्यम से महिलाओं को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें।”
कार्यक्रम में समिति की सदस्याओं ने पारंपरिक कजरी गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी, जिनमें बारिश और प्रकृति की सुंदरता को दर्शाने वाली कजरियां विशेष रूप से सराही गईं।
कार्यक्रम के आरम्भ मे बच्चों द्वारा नृत्य पर गणेश वंदना तथा शिव स्तुति की प्रस्तुति दी गई। इसके पश्चात कजरी गीत ’हरे रामा रिमझिम पड़त फुहार, बदरिया छाई रे हारी’,’ अब के सावन में झुलवा झूलय दा, पिया जिया हरसाय दा पिया ना’, ’सावन के गीतों को खूबसूरती से पिरोकर सदस्याओं ने गीत गायें जिसमें ’सजना है मुझे सजना के लिए‘,’बदरा हो बदरा, छाए कि झूले पड़ गये हाय’.’काली घटा छाये, मोरा जिया तरसाये’, ‘रिमझिम के तराने लेकर आयी बरसात, भीगे तन मन पडे़ रस की फुहार’,’सावन में मोरनी बन कर मैं छम छम नॉचू’, ’अब के सावन ऐसे बरसे’, ’चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है’, आदि मधुर लयबद्ध गीतो की प्रस्तुति दी गई तथा कार्यक्रम में महिला सदस्यों द्वारा “सोलो डांस” तथा बच्चों द्वारा गीतों पर “ग्रुप डांस” प्रस्तुत किया गया।
लोक नृत्य और समकालीन नृत्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए आयोजन में चार चांद लगा दिए।
रोचक प्रतियोगिताओं में रंगोली, मेहंदी और पारंपरिक परिधान प्रदर्शन शामिल थे, जिनमें प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता और कौशल का लोहा मनवाया। श्रीमती गुप्ता ने सभी प्रतिभागियों की हौसला-अफजाई की।
दिलकुशा हेरिटेज क्लब, जो अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए जाना जाता है, इस आयोजन के लिए एक आदर्श स्थल साबित हुआ। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक-दूसरे को कजरी तीज की शुभकामनाएं दीं और सामूहिक भोज का आनंद लिया।
यह आयोजन न केवल कजरी तीज के उत्सव का प्रतीक बना, बल्कि पूर्वोत्तर रेलवे महिला समिति की एकता और सामाजिक योगदान को भी दर्शाता है। समिति भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के माध्यम से सांस्कृतिक और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर लखनऊ पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन लखनऊ की उपाध्यक्ष श्रीमती मानसी सिंह व श्रीमती रिचा रस्तोगी,सचिव श्रीमती स्मृति सिंह सचान, कोषाध्यक्ष श्रीमती दिव्या सिंह व अन्य सदस्याएं तथा विशेष रूप से आमंत्रित उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन लखनऊ की अध्यक्षा श्रीमती निरूपमा वर्मा, अध्यक्षा आरडीएसओ महिला कल्याण संगठन श्रीमती मनीषा बोरवणकर एवं अन्य सदस्याएं उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन सचिव श्रीमती स्मृति सिंह सचान ने किया।
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