
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : प्रदेश के आबकारी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल की अध्यक्षता में बुधवार यहां इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में एक दिवसीय निवेशक सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ। सम्मेलन में देश-विदेश से आए निवेशक, औद्योगिक समूह एवं स्टार्टअप प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। इस निवेशक सम्मेलन में लगभग 3600 करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। अन्य बहुत से निवेशकों ने भी इसमें रूचि दिखायी है। इस सम्मेलन का उद्देश्य प्रदेश में अल्कोहल निर्माण, वितरण, विपणन आधारित उद्योगों एवं इससे सम्बन्धित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित करना, सम्बन्धित उद्योगों को सुगम नीति वातावरण उपलब्ध कराना तथा निवेशकों को नीति-सम्बन्धी जानकारी प्रदान करना था। इस अवसर पर यूपी इकोनॉमिक रिपोर्ट बुक का लोकापर्ण भी किया गया।

नितिन अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि पहली बार उत्तर प्रदेश में इस प्रकार का भव्य आयोजन हो रहा है। यह उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और नेतृत्व से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि आठ वर्ष पहले प्रदेश निवेशकों को पसंद हो सकता है इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते थे, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में पूरा परिदृश्य बदला है और वर्तमान में यूपी निवेशकों के लिए महत्पूर्ण डेस्टिनेशन बन चुका है। उन्होंने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश को कन्ज्यूमर स्टेट कहा जाता था, आज वह छवि बदल चुकी है और प्रदेश को प्रोडेक्शन स्टेट के रूप में जाना जाने लगा है।

आबकारी मंत्री ने कहा कि विगत वर्षों में इन्वेस्ट यू.पी. के माध्यम से प्रदेश में अल्कोहल आधारित उद्योगों की स्थापना के संबंध में कुल 142 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये थे, जिनके सापेक्ष 135 एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित हुये। इनमंे से हस्ताक्षरित हुए 135 एम.ओ.यू. के माध्यम से 39479.39 करोड़ रुपये का निवेश एवं 73524 रोजगार के अवसरों का सृजन सन्निहित था। उक्त 135 प्रकरणों में से 46 निवेशकों द्वारा भूमि क्रय के उपरांत संबंधित अभिलेख इन्वेस्ट यू.पी. पोर्टल पर उपलब्ध करा दिये गये (जी.बी.सी. रेडी प्रकरण)। 46 जीबीसी तैयार परियोजनाओं में 7888.73 करोड़ का निवेश किया जा रहा है। इसमें से 19 इकाइयॉ स्थापित होकर संचालित हो रही हैं। इन 19 इकाइयों द्वारा 2339.6 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है और इनके द्वारा 2316 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर सुलभ हुए है। इसके अतिरिक्त 27 इकाइयॉ स्थापनाधीन हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 में प्राप्त लगभग सत्रह हजार करोड़ आबकारी राजस्व की तुलना में वर्ष 2024-25 में लगभग 53 हजार करोड़ की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ राजस्व की प्राप्ति हुई।
आबकारी मंत्री ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की तथा भारत के सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में स्थान बनाने का श्रेय उन्हें दिया। इसी क्रम में उनके द्वारा यह भी कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं तथा यू.पी. में एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था आकार ले रही है, जिसके परिणामस्वरूप जमीन पर स्पष्ट रूप से परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने ईज ऑफ डूइिंग बिजनेस के आलोक में सम्भावित निवेशकों को यह आश्वासन दिया कि राज्य सरकार एवं आबकारी विभाग निवेशकों को सुरक्षित, पारदर्शी और लाभकारी वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। विभाग की कार्यप्रणाली में सुचिता एवं पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से डिजिटलाइजेशन के माध्यम से विभिन्न प्रक्रियाओं का सरलीकरण किया गया एवं नीति में स्थायित्व लाने का प्रयास निरन्तर जारी है।
आबकारी विभाग द्वारा इस आयोजन के सफल संचालन में योगदान देने वाले सभी निवेशकों, प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया गया। इस प्रकार सफल आयोजन से राज्य में निवेश का नया द्वार खुला है, जो राज्य की आर्थिक प्रगति एवं रोजगार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। निवेशक सम्मेलन में नई आबकारी नीति, उद्योग के लिए अनुकूल नियम एवं प्रोत्साहन योजनाएं, ई-गवर्नेंस और पारदर्शिता के लिए तकनीकी पहल, निवेशकों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस प्रणाली एवं ऑनलाइन लाइसेंसिंग प्रणाली तथ विभिन्न निवेश प्रस्तावों, जिसमें एल्कोहल निर्माण, ब्रिवरी, वाइनरी व अन्य सम्बद्ध क्षेत्रों में निवेश सम्मिलित हैं पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर आबकारी आयुक्त, डॉ. आदर्श सिंह, वरिष्ठ अधिकारीगण एवं उद्यमी उपस्थित रहे।