
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, आगरा : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) ने मंगलवार को आगरा के सूरसदन हॉल में एक मेगा रीजनल इन्वेस्टर सेमिनार (मेगा आरआईएसए) का आयोजन किया। सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को निवेश से जुड़ी सही जानकारी देना, जागरूकता बढ़ाना और धोखाधड़ी से बचने के तरीके बताना था।
मेगा आरआईएसए के आयोजन में देश के अन्य प्रमुख मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशंस (एमआईआई), जैसे- बीएसई, एमएसई, सीडीएसएल, एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स और एएमएफआई का सहयोग भी शामिल रहा। इस पहल का उद्देश्य समाज के अलग-अलग तबकों को एक मंच पर लाना था, जिनमें सरकारी विभाग, पुलिस और सेना के अधिकारी, एमएसएमई और एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट कारोबारी, प्रोफेशनल्स और छात्र शामिल रहे।
निवेशक जागरूकता का अहम् केंद्र
निवेशकों की जानकारी और भागीदारी के मामले में उत्तर प्रदेश देश में तेजी से आगे बढ़ता राज्य बन गया है। अप्रैल 2025 तक, 1.3 करोड़ पंजीकृत निवेशकों के साथ उत्तर प्रदेश देश में दूसरे नंबर पर रहा, जो भारत के कुल निवेशकों का 11.4% है। सिर्फ अप्रैल 2025 में ही राज्य में 1.4 लाख नए निवेशक जुड़े हैं, जिससे नए पंजीकरण में यूपी की हिस्सेदारी 14.2% हो गई। इतना ही नहीं, अप्रैल 2025 में व्यक्तिगत निवेशकों के कारोबार में उत्तर प्रदेश ने देश में सबसे अधिक बढ़त दर्ज की, यानि 7.3% की वृद्धि के साथ यह आँकड़ा लगभग 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुँच गया। अप्रैल 2025 में म्यूचुअल फंड्स के इक्विटी एवरेज एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एएयूएम) में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी लगभग 6.5% रही।
निवेश की सही जानकारी से लोगों को सशक्त बनाना
एनएसई के श्री कृष्णन अय्यर ने कहा , “भारत की विकास यात्रा विश्वास, पारदर्शिता और तकनीक पर आधारित है। वित्तीय समावेशन की परिभाषा महज़ पहुँच तक ही सीमित नहीं है, बल्कि जागरूकता और कार्रवाई भी इसके महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं। “