
अनुपूरक न्यूज एजेंसी, लखनऊ : उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के सहयोग से मेकांग-गंगा सहयोग (एमजीसी) कार्य योजना के अंतर्गत पांच आसियान देशों के 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के प्रमुख स्थलों की यात्रा कर रहे हैं। यह यात्रा ’फैम ट्रिप’ (फैमिलियराइजेशन ट्रिप) के तहत आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य बौद्ध सर्किट में आने वाले बौद्ध विरासतों को विश्व मानचित्र पर प्रदर्शित करना है। यह प्रयास भारत व दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच सांस्कृतिक एवं पर्यटन सहयोग को सुदृढ़ करेगा।

यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि राजधानी लखनऊ स्थित एक होटल में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आसियान देशों से आए प्रतिनिधियों का पारंपरिक स्वागत किया गया।
उन्होंने बताया कि यात्रा के तीसरे दिन, कम्बोडिया, लाओस पीडीआर, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम से आए प्रतिनिधियों ने राजधानी लखनऊ के ऐतिहासिक स्थलों-बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, भूलभुलैया सहित अन्य जगहों का भ्रमण किया। इस दौरान आगंतुकों ने स्थापत्य कला, सांस्कृतिक विरासत और स्थानीय व्यंजन को सराहा। तत्पश्चात, 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रावस्ती के लिए रवाना हो गया। एक दिन पहले प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मुलाकात की थी।

जयवीर सिंह ने बताया कि कम्बोडिया, लाओ पीडीआर, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम जैसे पांच आसियान देशों के 50 प्रतिनिधि वाले इस दल में बौद्ध भिक्षु, ट्रैवल एजेंट्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं। फैम ट्रिप को ’बोधि यात्रा’ का नाम दिया गया, जो 02 जून से 07 जून, 2025 तक आयोजित किया गया है। इस यात्रा में प्रतिनिधि विश्व प्रसिद्ध बौद्ध स्थलों- श्रावस्ती, कपिलवस्तु, कुशीनगर, सारनाथ के साथ-साथ वाराणसी का भ्रमण करेंगे। इससे पहले उन्होंने आगरा और लखनऊ के दर्शनीय स्थलों से रूबरू हुए।