
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली / कांगड़ा : बैजनाथ पपरोला स्टेशन पठानकोट-जोगिंदरनगर नैरो गेज रेलवे लाइन पर स्थित है, जो उत्तर रेलवे के जम्मू मण्डल के अंतर्गत आता है। यह रेलवे स्टेशन हिमाचल प्रदेश के सुरम्य कांगड़ा जिले में है, जो इसे एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन बनाता है। यह स्टेशन उन तीर्थयात्रियों की सेवा करता है जो बैजनाथ मंदिर (भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र हिंदू मंदिर), चिंतपूर्णी मंदिर (देवी दुर्गा को समर्पित एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल), ज्वालामुखी मंदिर (देवी ज्वालामुखी को समर्पित एक पवित्र मंदिर, जो अपनी शाश्वत ज्वालाओं के लिए जाना जाता है), कांगड़ा किला (इतिहास से समृद्ध एक ऐतिहासिक किला, जो सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है) और मसरोर मंदिर (प्राचीन शैलकृत मंदिर परिसर, जो वास्तुकला का एक चमत्कार है) की यात्रा करते हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 फरवरी 2024 को 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखी थी। इन स्टेशनों में आधुनिक यात्री सुविधाएं जैसे रूफ प्लाजा, सुंदर भूदृश्य, इंटर-मॉडल कनेक्टिविटी, बेहतर आधुनिक मुखौटा, बच्चों के खेल क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट आदि शामिल हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना देश भर में 1309 रेलवे स्टेशनों को बदलने और पुनर्विकसित करने के लिए तैयार है।
बैजनाथ पपरोला स्टेशन पर यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए निम्नलिखित सुविधाओं में सुधार किया गया है:
- आधुनिक शौचालय ब्लॉक (महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग)
- एक वातानुकूलित प्रतीक्षालय (5 मीटर x 4 मीटर)
- एक रिटायरिंग रूम (5 मीटर x 5 मीटर)
- प्लेटफॉर्म पर 20 स्टील बेंच
- शिशु आहार कक्ष
- नया प्लेटफॉर्म शेल्टर (सीओपी) प्लेटफॉर्म पर (1544 वर्ग मीटर)
- 2 जल बूथ
- 1 वाटर कूलर
- दिव्यांग शौचालय
- दिव्यांगजनों के लिए 4 जल नल
- दिव्यांगजनों के लिए प्रवेश द्वार पर रैंप
- दिव्यांगजनों के लिए एक बुकिंग खिड़की
- दिव्यांगजनों के लिए अलग पार्किंग क्षेत्र सुविधा
- कॉनकोर्स में ट्रेन संकेत बोर्ड
- कोच मार्गदर्शन प्रदर्शन प्रणाली
इस योजना के तहत, अम्ब अन्दौरा, पालमपुर और शिमला रेलवे स्टेशनों का भी पुनर्विकास किया जा रहा है।