
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, चित्रकूट : देश की रक्षा में संलग्न अध्ययनरत भारतीय सेना के जवानों के लिये महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय ने एक सराहनीय पहल की है। विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया है कि जो सैनिक 15 से 31 मई 2025 आयोजित दूरवर्ती मोड की परीक्षा में भाग नहीं ले पाएंगे, उनके लिए विशेष परीक्षा का आयोजन बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के किया जायेगा। इस आशय की जानकारी कुलगुरु प्रो. भरत मिश्रा ने दी।

उन्होंने कहा, “भारतीय सेना के जवानों का जीवन मातृभूमि की सेवा और सुरक्षा के लिए समर्पित होता है। “ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सेना की अदम्य वीरता, रणनीतिक कौशल और मातृभूमि के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक है। वीर जवानों ने न सिर्फ हमारे देश के सीमाओं की रक्षा कर रहें हैं, बल्कि हर भारतीय के मन में गर्व और आत्मविश्वास को प्रबल किया है।
प्रो. मिश्रा ने बताया कि जो सैनिक अपने सैन्य दायित्वों के चलते विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे, उन्हें बिना कोई अतिरिक्त शुल्क के विशेष परीक्षा में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जायेगा। यह निर्णय विश्वविद्यालय की राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता और सैनिकों के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
दूरवर्ती अध्ययन और सतत शिक्षा केंद्र निदेशक डॉ. कमलेश कुमार थापक ने बताया कि उक्त परीक्षा से वंचित सैनिकों के लिए विशेष परीक्षा की समय-सारणी उनकी सुविधा के अनुसार पृथक रूप से जारी की जाएगी।