
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, जयपुर : उत्तर पश्चिम रेलवे की आय में निरंतर वृद्धि हो रही है। माल लदान एवम यात्री भार में लगातार वृद्धि होने से उत्तर पश्चिम रेलवे के राजस्व में वृद्धि हुई है। साथ ही यात्री ट्रेनों के संचालन में समयपालन में निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 में 7978 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि को प्राप्त राजस्व से लगभग 5.45 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही माल लदान में किए गए अभिनव प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 में 29.03 मिलियन टन माल लदान किया है।
अमिताभ, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे के दिशा निर्देशों से उत्तर पश्चिम रेलवे पर यात्री ट्रेनों के संचालन एवं समयपालन पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है । इस वर्ष 2024-25 में मेल/ एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन में 92.43 प्रतिशत के समयपालन को प्राप्त कर संपूर्ण भारतीय रेलवे में दूसरे स्थान पर है। अमिताभ, महाप्रबंधक के मार्गदर्शन में उत्तर पश्चिम रेलवे पर लाइनों के दोहरीकरण, स्थाई गति प्रतिबंधों को समाप्त करना एवं नियमित मॉनिटरिंग के फलस्वरूप समयपालन में सुधार हुआ है।
इसके साथ ही माल लदान में किये गये अभिनव प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 में 29.03 मिलियन टन माल लदान किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने यात्री तथा माल परिवहन संचालन में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर अलग पहचान बनाई है तथा नई ऊंचाईयों की ओर अग्रसर है।
उत्तर पश्चिम रेलवे को नई लाइन, गेज परिवर्तन, दोहरीकरण, रोड ओवर/अंडर ब्रिज इत्यादि रेल परियोजनाओं पर पूंजीगत व्यय के लिए वर्ष 2024-25 में 8798.28 करोड़ रुपए का बजट आवंटित हुआ था जिसमें से 8730.04 ( 99.22 प्रतिशत) करोड़ रुपए का बजट उपयोग कर लिया गया है।