सोल / लखनऊ : दक्षिण कोरिया की यात्रा पर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोल में एक वक्त बेहद प्रदूषित रही श्योंगेश्यॉन नहर का नजारा लिया और इससे उत्साहित उनकी आम आदमी का पार्टी ने इसे यमुना को प्रदूषण से मुक्त बनाने के लिए एक नजीर माना. मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल की यह पहली द्धिपक्षीय विदेश यात्रा है. उनके साथ शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन भी इस यात्रा पर आए हैं. केजरीवाल ने योनसी विश्वविद्यालय में चल रहे इंडिया फेस्टिवल ‘सारंग 2018’ की सराहना की और कोरिया के लोगों को भारत की धरोहर से रूबरू कराने के लिए सोल में भारतीय दूतावास की सराहना भी की.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैं इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर बेहद प्रसन्नता महसूस कर रहा हूं और इस बात से खुश हूं कि दूतावास ने भारत की संस्कृति से कोरियाई लोगों को रूबरू कराने की पहल की और यह संगीत कार्यक्रम लॉंच हो रहा है. मैं बेहद प्रसन्न हूं, मैं यहां एक सम्मेलन में भाग लेने आया हूं, दिल्ली और सोल के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर करने आया हूं.’’ श्योंगेश्यॉन करीब आठ किलोमीटर लंबी नहर है जो कि पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है इसके बाद यह जुंगनानश्यॉन में होती हुई हान नदी से मिलती है और अंत में पीले सागर में समा जाती है. सोल मेट्रोपॉलिटन सरकार ने 2005 में इससे साफ करने का बीड़ा उठाया और इसे नया जीवन दिया. केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने बुधवार को ट्विटर पर इसकी एक तस्वीर भी साझा की. पार्टी ने ट्वीट किया,‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन सोल के पुराने इलाके में श्योंगेश्यॉन नहर गए. श्योंगेश्यॉन नहर 11 किमोमीटर में फैली गंदी प्रदूषित नहर थी. अब यह प्रर्यटक स्थल है.’’
पार्टी ने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री केजरीवाल प्रदूषण, जल,सार्वजनिक परिवहन,शिक्षा और शहरी विकास पर दिल्ली और सोल के बीच समझौते के लिए आए हैं. अगर सोल के पुराने इलाके की श्योंगेश्यॉन नहर को पर्यटक स्थल में परिवर्तित किया जा सकता है तो यमुना और दिल्ली के नालों का कायाकल्प क्यों नहीं किया जा सकता.’’
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