
पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि हाल ही में उदयपुर में हुआ कांग्रेस का ‘चिंतन शिविर’ पार्टी की बेहतरी के लिए कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा है। किशोर ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “मुझे बार-बार उदयपुर चिंतन शिविर के परिणाम पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया। मेरे विचार से, यह यथास्थिति को बढ़ाने और कांग्रेस नेतृत्व को कुछ समय देने के अलावा कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा, कम से कम गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आसन्न चुनावी हार तक।
” चुनावी रणनीतिकार ने हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व के सामने पार्टी के पुनरुद्धार के लिए आवश्यक उपायों पर अपने सुझाव दिये थे। कांग्रेस नेतृत्व ने इस पर अमल करने की बजाय संकेत दिया कि पार्टी किशोर के सुझावों पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय ‘एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप’ (ईएजी) का गठन करेगी और उन्हें ईएजी का सदस्य बनाया जाएगा।
हालांकि किशोर ने यह कहते हुए प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया कि वैधानिक शक्ति के बिना कोई भी समिति उनके सुझावों को लागू नहीं कर पाएगी। बाद में किशोर ने लोगों की वास्तविक समस्याओं को जानने के लिए जनसुराज की संकल्पना लेकर बिहार पहुंचे और चंपारण के गांधी आश्रम से 02 अक्टूबर 2022 से 3000 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करने का ऐलान किया।
उन्होंने कहा था कि पदयात्रा के दौरान लोगों से प्राप्त फीडबैक और समाज के विभिन्न वर्गों से राय लेने पर नई पार्टी बनाने की संभावना तलाशी जाएगी।
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