
कीव। रूस और यूक्रेन की जंग और भीषण होती जा रही है। रूस ने यूक्रेन पर अपनी लेटेस्ट हाइपरसोनिक मिसाइल तक से हमला कर दिया है। इसे देखते हुए यूक्रेन की सरकार ने पूरे देश में आसमानी बमबारी को लेकर अलर्ट जारी किया है। युद्ध के बीच रूस ने यूक्रेन के मारियुपोल में रेसक्यू ऑपरेशन में शामिल बसों को रोक दिया है।
रूस ने एब बार फिर स्कूल की बिल्डिंग को निशाना बनाया है। यूक्रेन का दावा है कि रूस ने रविवार को मारियुपोल शहर के एक आर्ट विद्यालय पर बमबारी की। जंग के चलते इस स्कूल में करीब 400 लोगों ने शरण ली हुई थी। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले में कितने लोगों की मौत हुई है और कितने अब भी मलबे में दबे हुई हैं।
रूसी सेना से चारों ओर से घिरे और युद्ध से सबसे अधिक प्रभावित यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूस के सैनिक और भीतरी क्षेत्र तक प्रवेश कर गए हैं। मारियुपोल में भीषण लड़ाई के कारण एक प्रमुख इस्पात संयंत्र को बंद कर दिया गया है और स्थानीय अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से और अधिक मदद की गुहार लगाई है। मारियुपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने पश्चिमी नेताओं को संबोधित एक वीडियो में आस पास सड़क पर मलबे बिखरे दृश्य को दिखाते हुए कहा, ”बच्चे, बुजुर्ग मर रहे हैं। शहर को नष्ट कर दिया गया है और धरती से इसका नामो निशान मिटा दिया गया है।”
रूस ने पहली बार हाइपरसोनिक मिसाइल का किया इस्तेमाल
युद्ध में रूसी सैनिकों की मौत के आंकड़े में भिन्नता है लेकिन एक अनुमान के मुताबिक इस युद्ध में रूस के हजारों सैनिक मारे गए हैं। 2008 में जॉर्जिया के साथ युद्ध के दौरान पांच दिनों की लड़ाई में रूस के 64 सैनिकों की जान गई थी। अफगानिस्तान में 10 वर्षों में लगभग 15,000 और चेचन्या में लड़ाई के वर्षों में 11,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए। रूसी सेना ने शनिवार को कहा कि उसने युद्ध में पहली बार अपनी नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया।
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