
मलेशिया। विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन और फॉर्म में चल रही मालविका बंसोड़ की अगुवाई में भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों की नजरें मंगलवार से यहां शुरू हो रही बैडमिंटन एशिया टीम चैम्पियनशिप में अच्छे प्रदर्शन पर लगी होंगी। भारतीय महिला और पुरूष टीम क्रमश: कोरिया और मेजबान मलेशिया के खिलाफ पहले दिन जीत के साथ आगाज करना चाहेगी।
सीनियर खिलाड़ियों के नहीं खेलने से पूरा दारोमदार युवाओं पर होगा। इंडिया ओपन विजेता सेन पुरूष टीम की अगुवाई करेंगे। किरण जॉर्ज और मिथुन मंजूनाथ भी टूर्नामेंट में अहम भूमिकाओं में होंगे । पुरूष टीम को ग्रुप ए में तीन बार की चैम्पियन इंडोनेशिया , हांगकांग और कोरिया के साथ रखा गया है । किरण ने पहला विश्व टूर खिताब ओडिशा सुपर 100 में जीता था जबकि मंजूनाथ सैयद मोदी सुपर 300 के सेमीफाइनल में पहुंचे थे। रघु मारीस्वामी चौथे एकल खिलाड़ी हैं।
युगल में रविकृष्णा पीएस और शंकर प्रसाद उदयकुमार पिछले महीने ओडिशा में फाइनल में पहुंचे थे ।मंजीत सिंह और डिंकू सिंह कोंथूजाम से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो बहरीन इंटरनेशनल में सेमीफाइनल तक पहुंचे थे। कोरियाई टीम में जियोन हियोक जिन हैं जो 2014 एशियाई खेलों की टीम के स्वर्ण पदक विजेता रहे और पिछले साल थॉमस कप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे।
महिला वर्ग में सैयद मोदी इंटरनेशनल फाइनल खेलने वाली मालविका, आकृषि कश्यप और अष्मिता चालिहा चुनौती पेश करेंगे। भारत को ग्रुप बी में मलेशिया और गत चैम्पियन जापान के साथ रखा गया है। दोनों समूहों में से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी और बैंकाक में 17 से 22 मई तक होने वाले थॉमस कप में जगह बनायेंगी। भारतीय पुरूष टीम दो बार कांस्य पदक जीत चुकी है जबकि महिला टीम ने कभी पदक नहीं जीता। थाईलैंड, चीनी ताइपै और चीन कोरोना महामारी के कारण इसमें भाग नहीं ले रहे हैं।
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