
अशाेक यादव, लखनऊ। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कानपुर की स्वदेशी मिसाइल पिनाका के बाद अब गाइडेड पिनाका देश के दुश्मनों पर कहर बरपाएगी। डेढ़ साल तक ट्रायल के बाद ओएफसी के प्रोडक्ट को डीआरडीओ की मंजूरी मिल चुकी है। इसी के साथ गाइडेड पिनाक के स्टेबलाइजर और असेंबली ओएफसी कानपुर में बननी शुरू हो गई है।
इसकी मदद से मिसाइल छोड़े जाने के बाद भी दिशा और टारगेट में बदलाव हो सकेगा। एक लांचर से 12 गाइडेड पिनाका मिसाइल छोड़ी जा सकेंगी। यानी छह लांचर लगेंगे, जिससे 44 सेकंड में 72 मिसाइलें दागने की अदभुत क्षमता सेना के पास हो जाएगी। यह पलक झपकते ही दुश्मन का दो किलोमीटर का एरिया तबाह कर देगी।
इसकी रेंज 7 किलोमीटर के नजदीकी टारगेट से लेकर 75 किमी दूर बैठे दुश्मन तक होगी। स्पीड 5757 किलोमीटर प्रतिघंटा है। महज एक सेकेंड में 1.61 किलोमीटर की स्पीड से मिसाइल हमला करेगी।
रेजीमेंट को सैन्य बलों की संचालन तैयारियां बढ़ाने के लिए चीन-पाकिस्तान सीमा पर तैनात किया जाएगा। बीईएमएल ऐसे वाहनों की आपूर्ति करेगी जिस पर यह मिसाइल तैनात की जाएगी। 6 पिनाक रेजीमेंट में ‘ऑटोमेटेड गन एमिंग एंड पोजिशनिंग सिस्टम संग 114 लांचर, 45 कमान पोस्ट भी होंगे। मिसाइल रेजीमेंट का संचालन 2024 तक शुरू कर दिया जाएगा।
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