
अशाेेेक यादव, लखनऊ। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने विकास दुबे की गिरफ्तारी को स्क्रिप्टेड बताया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि 8 पुलिसकर्मियों के हत्याकांड को अंजाम देने वाले विकास दुबे के पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है।
अजय कुमार लल्लू लल्लू ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों को सत्ता का खुला संरक्षक प्राप्त है। कानपुर की इस घटना ने प्रदेश सरकार का चाल, चरित्र और चेहरा बेनकाब हो गया है। श्री लल्लू ने गुरुवार को जारी अपने बयान में कहा, पूरा प्रदेश जंगलराज में तब्दील हो गया है।
योगी आदित्यनाथ से प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है। कानून व्यवस्था दिन पर दिन लचर होती जा रही है। अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं। आलम यह है कि आला अफसर-पुलिस के आपराधिक गठजोड़ के चलते अपराध फल फूल रहा है।
कांग्रेस नेता पूछा कि जब सूबे की सभी सीमाएं सील थीं, बड़ी तादात में एजेंसियों और पुलिस टीम लगी थी, तो विकास दुबे उज्जैन कैसे पहुंच गया? इसकी जांच होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार सरकार बताए कि विकास दुबे प्रकरण में जिन लोगों का नाम आया है, उनकी जांच होगी या नहीं? श्री लल्लू ने कहा कि पुलिस और विकास दुबे की साठगांठ का भंडाफोड़ हो चुका है।
एक बड़े पुलिस अधिकारी को हटाया भी गया है, जिसके साथ विकास के सहयोगी जय वाजपेयी की तस्वीर वायरल हुई थी। उसी से जुड़ी तस्वीर पंचमतल के अधिकारी के साथ भी है।
भाजपा के विधायक और मंत्रियों की भी तस्वीरें दिखीं है। इस सब लोगों की भूमिका की जांच होनी चाहिए। विकास दुबे के मोबाइल नेटवर्क की स्थिति सार्वजनिक की जाए।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री जो पहले कानपुर में चुनाव प्रभारी रह चुके हैं, उनकी भूमिका भी संदिग्ध है। यह भी बात सामने आई है कि अचानक महाकाल मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों का ताबदला हुआ है। यह क्यों और कैसे हुआ? इसकी जांच होनी चाहिये।
कहा कि अकसर देखा जाता है कि किसी भी बड़ी घटना के बाद पुलिस के बड़े अधिकारी प्रेस ब्रीफिंग करते हैं, लेकिन उज्जैन में विकास दुबे के मामले में ऐसा नहीं हुआ। आखिर क्या परिस्थिति थी कि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने प्रेस ब्रीफिंग की। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि इन सवालों के जवाब प्रदेश सरकार को देना चाहिए।
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