
अशाेक यादव, लखनऊ। राजधानी में 69000 शिक्षक भर्ती मामला बीते काफी समय से गर्माया हुआ है। इस भर्ती प्रक्रिया पर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं। साथ ही शिक्षकों की भर्ती में धांधली का आरोप लगाया गया है और यह आरोप आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों ने लगाया है। इसी को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शनिवार रात करीब 8:30 बजे 1090 चौराहे पर कैंडल मार्च निकालने जा रहे थे।
जहां पुलिस ने उनकी लाठी डंडो से बेरहमी से पिटाई कर दी। जिसके चलते कई अभ्यर्थियों को गंभीर चोटें तक आई। अभ्यर्थियों का आरोप है कि उनकी ओर से शांतिपूर्ण ढंग से कैंडल मार्च निकाला जा रहा था।
मगर पुलिस ने उनपर जमकर लाठियां बरसाईं। पुलिस कार्रवाई के दौरान 1090 चौराहे पर करीब आधे घंटे तक शिक्षकों और पुलिस में जमकर बवाल चला।
पुलिस ने हताश होकर बल प्रयोग करते हुए अभ्यर्थियों को वहां से खदेड़ दिया। वहीं, कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में लिया और बस में भरकर इको गार्डन स्थित धरना स्थल भेज दिया।
वहीं, 5 महीनों से शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना चल रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि 69000 भर्ती प्रक्रिया में 22000 सीटें और जोड़ी जाएं। साथ ही रिक्त पदों को भरा जाए। इसी क्रम में शनिवार को अभ्यर्थी 1090 चौराहे पर कैंडल मार्च निकालने जा रहे थे।
सभी पुलिस की कार्रवाई का शिकार हो गए। प्रकरण पर एडीसीपी मध्य राघवेंद्र मिश्रा का कहना है कि अभ्यर्थी बिना अनुमति वह बिना सूचना मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ रहे थे। इसपर उन्हें सिर्फ फटकार लगाई गई है और उनपर लाठी चार्ज नहीं की गई है।
Suryoday Bharat Suryoday Bharat