अशाेक यादव, लखनऊ। 6 दिसंबर बाबरी विध्वंस की 28वीं बरसी पर आज अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर सीआरपीएफ, पीएसी, डाग स्क्वाड, एटीएस व एसटीएफ की तैनात हैं।
दरअसल विवादित ढांचा के विध्वंस के बाद हर वर्ष 6 दिसंबर को दोनों समुदाय कार्यक्रम करता है। छह दिसंबर को हिंदू समुदाय शौर्य दिवस तो मुस्लिम समुदाय काला दिवस के रूप में मनाता है। इस वर्ष किसी भी कार्यक्रम की जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। दोनों समुदाय कोई कार्यक्रम नहीं करेंगे।
6 दिसंबर को लेकर कार्यक्रम करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी। विभिन्न इंटेलिजेंस यूनिट अफसर भी रख रहे हैं। होटल धर्मशाला रेलवे बस स्टेशनों समेत सावर्जनिक स्थलों पर जांच हो रही है। डीआईजी/एसएसपी एसपी सिटी सीओ इंस्पेक्टर समेत सभी अफसर चेकिंग कर रहे हैं। साइबर सेल के माध्यम से सोशल मीडिया पर भी खास नजर रखी जा रही है।
अयोध्या डीआईजी दीपक कुमार का कहना है कि संत समाज और मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने दोनों समुदाय से किसी भी तरीके की कार्यक्रम को नहीं करने की अपील की है। कोविड संक्रमण को देखते हुए उसके नियमों को पालन करना जरूरी है। अगर कोई बिना परमीशन के कार्यक्रम किया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सोशल मीडिया पर भी पैनी निगाह रख रही है। यदि कोई धार्मिक दृष्टिकोण से भ्रामक खबर फैलाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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