
अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप के मामले में रोज नये खुलासे हो रहे हैं। कथित गैगरेप के आराेपी संदीप ने हाथरस के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर खुद को निर्दोष बताया है और कहा है कि लड़की से उसकी दोस्ती थी और उसके परिवार वालों को यह पसंद नहीं था।
पत्र में कहा गया है कि वो निर्दोष हैं और उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए वह चाहते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो।
आरोपी संदीप का यह भी कहना है कि लड़की को उसके घरवालों ने ही मारा है। संयोग से मृत लड़की के भाई का नाम भी संदीप ही है। कथित गैंगरेप की शिकार लड़की ने भी अपने बयान में कहा था कि उसे संदीप ने मारा है।
आरोपी संदीप ने पत्र में कहा है कि मुझपर जो आरोप लगाए गए हैं वह झूठे हैं। मेरे रिश्तेदार रवि और रामू को भी फंसाया गया। साथ ही लवकुश का नाम भी डाला गया है। हम चारों निर्दोष हैं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।
जहां तक उस लड़की की बात है तो वह मेरे गांव की रहने वाली थी और उससे मेरी दोस्ती थी। मुलाकात के साथ ही मेरी उससे कभी-कभी फोन पर बात हो जाती थी।
आरोपी ने चिट्ठी में ये भी लिखा है कि उसके घरवालों को हमारी दोस्ती पसंद नहीं थी। घटना के दिन उससे मेरी मुलाकात खेत में हुई थी और उस वक्त उसके साथ उसकी मां और भाई थे। इसके बाद मैं अपने घर चला गया था और पशुओं को पानी पिलाने लगा।
बाद में पता चला कि उसकी मां और भाई ने दोस्ती को लेकर लड़की को बुरी तरह पीटा था जिससे उसे गंभीर चोटें आई थीं। मैंने कभी भी उसके साथ मारपीट व गलत काम नहीं किया।
अलीगढ़ के जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार किसी भी बंदी को बाहर चिट्ठी भेजने का अधिकार है। कल शाम को लिफाफा बंद पत्र हाथरस के पुनिस अधीक्षक को दे दिया गया है।
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