सीतापुर। दिनदहाड़े युवक पर गोली बरसाई, नामजद हुआ, पुलिस को उसकी तलाश है। बावजूद इसके वह जिला अस्पताल में घायल को नुकसान पहुंचाने पहुंच गया। हालत यह रही की पीड़ित ने आरोपित को दबोचा और पुलिस के हवाले किया। इतनी बड़ी चूक के बावजूद पुलिस अपना गुडवर्क बता रही है। गत 14 जून को मछरेहटा थाना क्षेत्र के गांव चितरेहटा निवासी संतोष कुमार (25) को कुछ लोगों ने गोली मार दी थी। गंभीर रूप से घायल हुआ संतोष जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती है। इस घटना में पीड़ित पक्ष ने गांव के विपिन उर्फ कल्लू, प्रदीप उर्फ छोटू, दिलीप, मस्तराम, सुधांशु व श्याम किशोर के खिलाफ मछरेहटा थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले में 15 जून को विपिन उर्फ कल्लू को गिरफ्तार कर जेल भेजा। जिसके बाद पुलिस वारदात से बेखबर हो गई।
बेखौफ आरोपित शनिवार को जिला अस्पताल ही पहुंच गए। नामजद मस्तराम में शनिवार को जिला अस्पताल की सीढिया चढ़ रहा था। इसी बीच संतोष के पिता प्रेम शंकर अवस्थी की नजर उस पड़ गई। उन्होंने शोर मचाया तो मस्तराम व उसके साथी भागने लगा। हालांकि कुछ ही देर में प्रेमशंकर ने मस्तराम को दौड़ाकर पकड़ लिया। जबकि उसके साथी निकल भागे। पीड़ित परिवार ने यूपी 100 पर सूचना देकर आरोपित मस्तराम को पुलिस के हवाले कर दिया। परिवार का आरोप था कि मस्तराम व उसके साथ दोबारा जान लेने की नीयत से हमला करने जिला अस्पताल आए थे। शोर मचने पर आरोपित के साथी तो निकल भागे, लेकिन एक दबोचा गया। परिवारजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने पहले ही गिरफ्तारी कर लेती तो यह नौबत न आती। इधर मछरेहटा थानाध्यक्ष रामनरेश यादव ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अस्पताल में हत्या के प्रयास के आरोपित के पहुंचने के मामले की छानबीन करवाई जा रही है।
Suryoday Bharat Suryoday Bharat