
अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ गैंगरेप की घटना को लेकर सियासत जारी है। इस बीच, रविवार को लखनऊ के हजरतगंज में कई जगहों पर प्रियंका सेना के नाम से पोस्टर देखने को मिले।
इस पोस्टर में एक लड़की को पिस्टल, कटार, तलवार से लैस दिखाया गया है। इसके अलावा राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बर्खास्त करने की मांग उठाई। पुलिस अब पोस्टरों को हटाने में जुटी है।
हजरतगंज इलाके में लगाए गए पोस्टर में एक बेटी को पिस्टल, कटार और तलवार से लैस दिखाया गया है। हजरतगंज के पार्किंग और अन्य जगहों पर लगे इन पोस्टरों में गुलाबी रंग की ड्रेस पहने एक लड़की खड़ी है और उसकी तस्वीर के आगे लिखा है- “सरकार हमारी नकारी है बेटियों को बचाने की खुद हमारी जिम्मेदारी है।”
साथ ही पोस्टर में सीएम योगी को बर्खास्त करने की मांग की गई। पोस्टर में यह भी नारा है- ‘बेटियों की कमर पर अब करधन नहीं पिस्टल, कटार और तलवार की जरूरत।’ आखिरी में बड़े अक्षरों में प्रियंका सेना लिखा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य और पूर्व पार्षद शैलेंद्र तिवारी बबलू ने यूपी में प्रियंका गांधी के सक्रिया होने के बाद ‘प्रियंका सेना’ बनाई है। बीते 3 सालों में लखनऊ में अलग-अलग तरीके से ‘प्रियंका सेना’ के नाम से विरोध-प्रदर्शन किए जा चुके हैं।
इससे पहले भी सीएम योगी और पीएम मोदी के विरोध में प्रियंका सेना ने पोस्टर-बैनर लगाए थे। प्रियंका सेना की अगुवाई कर रहे शैलेंद्र तिवारी बब्लू का कहना है कि बीते तीन दिनों से लगातार सरकार का एक ड्रामा चल रहा है। उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार ने हाथरस में जो लड़की को आधी रात को जलाया, वह हिंदू धर्म के खिलाफ है।
Suryoday Bharat Suryoday Bharat