
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत बहुपक्षीय मंचों सहित वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने साझेदारों के साथ काम करने को तैयार है। प्रधानमंत्री ने यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा लोकतंत्र पर आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेने के एक दिन बाद कही।
उन्होंने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति बाइडन के आमंत्रण पर लोकतंत्र पर आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेकर खुशी हुई। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करने के लिए भारत बहुपक्षीय मंचों सहित विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने भागीदारों के साथ काम करने को तत्पर है।
दो दिवसीय डिजिटल शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रौद्योगिकी कंपनियों को लोकतांत्रिक समाज को संरक्षित करने में योगदान देना चाहिए क्योंकि प्रौद्योगिकी में लोकतंत्र को “सकारात्मक या नकारात्मक” रूप से प्रभावित करने की क्षमता है। इस शिखर सम्मेलन की मेज़बानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन कर रहे हैं और 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि इसमें शिरकत कर रहे हैं।
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