
राहुल यादव, लखनऊ: मुख्यमंत्री को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश द्विवेदी द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 76 करोड़ 14 लाख 55 हजार 537 रुपए की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए भेंट की गई। ज्ञातव्य है कि कोविड-19 से निपटने हेतु प्रदेश सरकार के प्रयासों में सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से बेसिक शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों, शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं कर्मचारियों ने अपना एक दिन का स्वैच्छिक वेतन दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के दृष्टिगत ‘कोविड केयर फण्ड’ बनाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से इस आपदा के दौरान जरूरतमंदों की मदद के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के विरुद्ध लड़ाई लम्बी है। इसके लिए आवश्यक है कि स्वास्थ्य विभाग को और मजबूत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड केयर फण्ड के माध्यम से राज्य के मेडिकल काॅलेजों में टेस्टिंग लैब्स की संख्या बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। क्वारेन्टाइन वाॅर्ड, आइसोलेशन वाॅर्ड, वेंटिलेटर्स की व्यवस्था के साथ-साथ एन-95 मास्क तथा पी0पी0ई0 के निर्माण की कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी। कोविड-19 के बेहतर उपचार के लिए प्रत्येक जनपद में लेवल-1, लेवल-2 तथा लेवल-3 हाॅस्पिटल की एक श्रृंखला बनायी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ देश की इस लड़ाई में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में यह फण्ड अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
प्रत्येक राजकीय मेडिकल काॅलेज में कोविड-19 की टेस्टिंग लैब स्थापित होगी
इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व एवं बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन महेश कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल एवं संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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