महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में इस साल के अतं में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे कुछ महीने पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को बड़ा झटका लगा है। एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री सचिन अहीर शिवसेना में शामिल हो गए हैं। अहीर ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। अहीर एनसीपी के मुंबई प्रमुख थे। महाराष्ट्र की कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन वाली सरकार में अहीर कैबिनेट मंत्री का पदभार संभाल चुके हैं। उनके एनसीपी छोड़कर शिवसेना में जाने से एक बार फिर विपक्ष की स्थिति बिगड़ गई है। शिवसेना में जाने से पार्टी को मुंबई के वर्ली जैसे क्षेत्रों में मजबूती मिलेगी।
यहां उनका मजबूत जनाधार है। हालांकि शिवसेना कार्यकर्ताओं को उन्हें अपनाने में परेशानी हो सकती है क्योंकि उन्होंने दशकों से उन्हें अपने प्रतिद्वंदी के तौर पर देखा है। अहीर वर्ली विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें इस सीट से शिवसेना उम्मीदवार सुनील शिंदे ने हराया था। वर्ली से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द इसका फैसला लेगी। महाराष्ट्र में सितंबर-अक्तूबर के महीने में चुनाव हो सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि एनसीपी के कई अन्य वरिष्ठ नेता शिवसेना के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। जिसमें छगन भुजबल भी शामिल हैं।
छगन पहले 25 सालों तक शिवसेना के नेता रहे। हालांकि वह बाद में वह कांग्रेस में फिर एनसीपी में शामिल हो गए। कांग्रेस-एनसीपी सरकार में वह उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। छगन मनी लांड्रिंग के आरोप में जेल जा चुके हैं। वह शिवसेना में वापसी पर विचार और बातचीत कर रहे हैं लेकिन शिवसेना उन्हें वापस नहीं लेना चाहती। वह शिवसेना के संरक्षक बालासाहेब ठाकरे को गिरफ्तार करने के फैसले का हिस्सा थे। जिसके कारण पार्टी के कटट्र समर्थक उनकी वापसी का विरोध कर रहे हैं। कई शीर्ष नेताओं ने कथित तौर उद्धव ठाकरे को भुजबल को वापस न लेने की सलाह दी है।
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