
निशांत उपाध्याय वित्त एवं लेखा सेवा संघ के अध्यक्ष एवं शालीग्राम महासचिव पद पर हुए निर्वाचित
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने वित्त एवं लेखा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की सभी लोग अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करें। उन्होंने कहा कि कार्मिकों के कार्य व्यवहार से ही विभाग एवं सरकार की इमेज बनती है। पत्रावलियों को अकारण लटकाया न जाए। हर संभव जल्दी से जल्दी पत्रावलियों को निस्तारित किया जाए।
सुरेश खन्ना सोमवार यहां वित्त एवं लेखा प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में आयोजित उत्तर प्रदेश वित्त एवं लेखा सेवा संघ के वार्षिक अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वित्त एवं लेखा विभाग प्रदेश का एक महत्वपूर्ण विभाग है। यह विभाग प्रदेश का वित्तीय अनुशासन बनाए रखने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन करता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश की वित्तीय व्यवस्था ठीक होती है उस प्रदेश की सारी व्यवस्थाएं ठीक रहती हैं।
वित्त मंत्री ने संघ की वार्षिक पत्रिका वीक्षा का विमोचन भी किया। वित्त एवं लेखा सेवा संघ के महासचिव द्वारा विभाग से संबंधित रखी गई मांगों के संबंध में उन्होंने कहा कि जो भी उचित मांगे हैं उन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। विचारों प्राण यथोचित मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिए जाएंगे।
उ0प्र0 वित्त एवं लेखा सेवा संघ का चुनाव आज अध्यक्ष, महासचिव, उपाध्यक्ष एवं सचिव पद के लिए सम्पन्न हुआ। अध्यक्ष पद पर निशांत उपाध्याय, महासचिव पद पर शालीग्राम (निर्विरोध), उपाध्यक्ष पद पर पवन द्विवेदी एवं श्रीमती शालिनी सिंह (निर्विरोध), सचिव पद पर मनोज कुशवाहा, हिमांचल यादव एवं श्रीमती अंकिता सिंह चौहान ने जीत दर्ज की। अध्यक्ष पद के लिए निशांत उपाध्याय एवं दीपक सिंह के मध्य चुनाव हुआ, जिसमें निशांत उपाध्याय को 194 तथा दीपक सिंह को 119 वोट मिले। इस प्रकार निशांत उपाध्याय अध्यक्ष निर्वाचित हुए।