वर्ल्ड कप फाइनल में मार्टिन गुप्टिल द्वारा फेंका गया थ्रो जो बेन स्टोक्स के बल्ले से लगकर बाउंड्री पार कर गया था, उसकी अगले महीने सितम्बर में समीक्षा होगी। क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था एमसीसी (मेरिलबोन क्रिकेट क्लब) सितम्बर में होने वाली बैठक में उस विवादित ओवर थ्रो पर चर्चा करेगी। वर्ल्ड कप के फाइनल में न्यूजीलैंड की टीम जीत के करीब थी, तभी आखिरी ओवर में गुप्टिल ने बाउंड्री से विकेटकीपर की तरफ थ्रो फेंका लेकिन गेंद बेन स्टोक्स के बल्ले से लगकर चौका चली गई और इंग्लैंड को छह रन मिल गए। इस पूरे मामले में दुनियाभर में चर्चाएं हुई थी और लोगों ने इस नियम को लेकर ICC की भी काफी आलोचना की थी।
इसी वजह से विश्व क्रिकेट समिति ने ओवर थ्रो के लिए बने नियम 19.8 की चर्चा की थी। समिति के मुताबिक नियम में कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन सितम्बर में समिति इसपर समीक्षा करेगी। दरअसल वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड की टीम न्यूजीलैंड के 241 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और उसे आखिरी की तीन गेंदों में नौ रन चाहिए थे। उसी वक्त बेन स्टोक्स ने दो रन लेने की कोशिश की और तभी मार्टिन गुप्टिल का थ्रो उनके बल्ले से टकराकर चार रन के लिए बाउंड्री पार कर गया। इसपर मैदानी अंपायरों कुमार धर्मसेना और मराइस इरास्मस ने इंग्लैंड की टीम को छह रन दे दिया। हालांकि बाद में आईसीसी के इलीट पैनल के अंपायर साइमन टॉफेल ने अंपायर के फैसले को नियमों के तहत गलत बताकर चर्चा को और आगे बढ़ा दिया।
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